आज के युग में महिलाएं जहां पुरुषों के साथ हर क्षेत्र में कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है। इसके साथ ही वह घर में भी सामंजस्य बनाए रखती हैं और उनकी भागीदारी को देखते हुए सरकारी सेक्टर में उन्हें कुछ विशेष छूट भी मिली होती है। जैसे बच्चे के जन्म के समय या घर में किसी विशेष कार्य पर उन्हें पुरुषों के मुकाबले ज्यादा छुट्टियां मिल जाती हैं।
लेकिन प्राइवेट सेक्टर में यह सुविधाएं नहीं मिलती, उन्हें केवल अपने काम करवाने से मतलब होता है। उन्हें उनकी समस्याओं से कोई लेना देना नहीं होता है। इसी से जुड़ी एक घटना सामने आई है। जिसमें एक महिला को छुट्टी नहीं देने के कारण कंपनी को बड़ा खामियाजा हुआ।
लंदन में रहने वाली ऐलिस थॉम्पसन ब्रिटिश रियल एस्टेट कंपनी में सेल्स मैनेजर का काम करती हैं। इनकी एक छोटी सी बच्ची है। जब यह जॉब पर जाती है तो अपने बच्चे को चाइल्ड केयर में छोड़कर जाती हैं और जो 5:00 बजे बंद हो जाता है। महिला की ऑफिस 6:00 बजे बंद होती है।
जिसके कारण उन्होंने अपने बॉस से सप्ताह में 4 दिन 6:00 बजे की बजाए 5:00 बजे छुट्टी मांग रही थी। उनके निवेदन पर भी जब उनके बॉस ने 1 घंटे पहले उन्हें छुट्टी देने से मना किया और कहा कि इस स्थिति में उन्हें हाफडे माना जाएगा। ऐसी स्थिति में महिला ने जॉब तो नहीं छोड़ी, लेकिन उन्होंने एंप्लॉयमेंट ट्रिब्यूनल में कंपनी पर लैंगिक भेदभाव की शिकायत दर्ज करवाई। जिसके बाद कंपनी को उन्हें 2 करोड़ रुपए का जुर्माना भरना पड़ा।
सोशल मीडिया पर यह घटना काफी तेजी से वायरल हो रहा है और अधिकतर महिलाओं के पक्ष में लोग एक्शन भी ले रहे हैं और उनका भी मानना है कि महिलाएं बहुत जिम्मेदार होती हैं। वह घर के काम बच्चों की जिम्मेदारी के साथ बाहर भी काम करते हैं तो उन्हें कुछ सुविधाएं तो मिली ही चाहिए।