रक्षाबंधन के पावन पर्व पर राजस्थान के नागौर से दिल को छू लेने वाल तस्वीर सामने आई है। यह तस्वीर हरसौर गांव के बीएसएफ के जवान की है। जिनकी 15 अगस्त को हार्टअटैक से मौत हो गई। वह स्वतंत्रता दिवस पर दिल्ली में परेड में शामिल हुए थे, तभी उनकी हार्ट अटैक से मौत हो गई। 17 अगस्त को उनका अंतिम संस्कार किया गया।
बहन का भाई से किया वादा
चिरंजीलाल ने अपनी बहन लक्ष्मी से कहे थे कि इस बार वह घर आकर उनको राखी बांधे। पिछले 4 साल से वह अपने भाई के घर नहीं गई है। भाई को लक्ष्मी ने वादा किया कि इस बार वह जरूर घर आकर उन्हें राखी बांधेंगी।
रक्षाबंधन के दिन बहन ने निभाया वादा
हिंदू रिवाज के अनुसार चिता पर तीसरे दिन लकड़ी की टिमची पर पानी से भरा एक मटका रखा जाता है। यह 12 दिनों तक रखा जाता है रक्षाबंधन के दिन चिरंजीलाल की बहन लक्ष्मी अपनी बेटी सांची के साथ शमशान पहुंचती हैं और टिमची को राखी बांधती हैं। उस वक्त लक्ष्मी के चेहरे पर उदासी और दर्द के साथ, आंखों में आंसू की लहर चल रही थी। लक्ष्मी ने कहा कि उन्हें अपने भाई पर गर्व है। वह एक शहीद भाई की बहन है। इससे उनका सिर गौरव से ऊंचा हो जाता है।
लक्ष्मी ने बताया कि 2017 में उन्होंने अपने भाई को राखी बांधी थी। और पिछले साल से वह राखी भेज भी नहीं पा रही थी। चिरंजीलाल 13 अगस्त को बहन से मिलने जयपुर भी गए थे। और अपनी बहन से कहा था कि पिछली बार तो तुमने राखी भी नहीं भेजी, लेकिन इस बार मैं हरसौर आऊंगा, आप भी आना और मुझे राखी जरूर बांधना। लक्ष्मी ने भी अपने भाई से किए वादे को निभाते हुए अपने गांव पहुंची और उनकी चिता पर राखी बांधी। भाई बहन का यह अटूट रिश्ता मरने के बाद भी कामयाब है।