एलईडी बल्ब अगर ₹10 में आपको मिले, वह भी 12 वाट का तो आप यकीन नहीं मानेंगे। आपको उस पर 3 साल की गारंटी के साथ तो यकीनन आपको यह मजाक लगेगा। लेकिन (CESL) सरकारी कंपनी कन्वर्जन्स सर्विस सेंटर लिमिटेड लिमिटेड दस रुपए रेट पर एक परिवार के लिए 5 बल्ब दे रहे है और 12 वाट के इस बल्ब को ग्राम उजाला कार्यक्रम के तहत बेचा जाएगा।
फिलहाल ये योजना बिहार उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, मध्य प्रदेश और तेलंगाना में चल रहा है।अगर आप इन राज्यों में रहते हैं तो आप भी लाभ लें। सीआईएसएल कैंप लगाकर वितरित कर रहे हैं और इसके पीछे उनका मकसद है हर गांव हर घर हर गली में उजाला हो।
इस काम से तो लक्ष्य हासिल करना चाहती है सरकार पहला तो बिजली बचत और दूसरा कार्बन उत्सर्जन कम सरकार के अनुमान के अनुसार ग्रामीण क्षेत्र में हर साल 7, 199, 68 एसबीआई जा सके। इससे ढाई करोड़ रुपए की बचत होगी।
बिजली मंत्रालय में मंगलवार को एक बयान जारी करते हुए एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड की सहायक कंपनी सीईएसए ग्राम उजाला कार्यक्रम की परियोजना के तहत 50 लाख की एलईडी बैटरी की उपलब्धि हासिल की है।
सफेद रोशनी से जगमग हो
ग्रामीण उजाला योजना का मकसद है। पुराने पीले बल्ब को हटाकर नई एलईडी बल्ब लगाकर सफेद रोशनी की जाए। जिससे बिजली बचने से कोयला या गैस की खपत कम होगी। जहां 100 से ढाई सौ वाट के होते हैं तो एलइडी 4 वाट के ही अच्छी रोशनी के साथ मिल जाते हैं। इस योजना के तहत सभी राज्य अपने अपने हिसाब से इस एलईडी का वितरण करेंगे।
1 दिन में 10 लाख बल्ब
सीआईएसएल इस वर्ष हिमांशु या गांव में मात्र ₹10 में एलईडी बल्ब वितरित करने के साथ ही राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस 2021 के अवसर पर 10 लाख एलईडी बल्ब वितरित करने का महत्वपूर्ण लक्ष्य हासिल किया है। प्रोग्राम की सफलता को देखते हुए सीईएसएल इस प्रोग्राम को और आगे बढ़ाने के साथ ही देश के लाखों लोगों को फायदा दिलाने पर विचार कर रहा है।