भारत की महान गायिका लता मंगेशकर जी का निधन हो चुका है।इन्होंने आज सुबह 8:12 पर अपनी अंतिम सांसें लीं। यह खबर निकल कर सामने आई है कि कोविड-19 संक्रमण के पश्चात उन्हें 8 जनवरी को ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती किया गया था। उसके बाद से अभी तक वह उसी अस्पताल में थी। इनका जन्म 28 सितंबर 1929 को एक साधारण मराठी परिवार में हुआ था। यह इंदौर शहर में रहने वाले पंडित दीनानाथ मंगेशकर की बड़ी बेटी थी। इनके जन्म पर इनका नाम ‘हेमा’ रखा गया परंतु 5 वर्ष बाद इनके माता-पिता ने इनका नाम ‘लता’ रख दिया था।
लता मंगेशकर जी मात्र 7 साल की उम्र में ही महाराष्ट्र आई और अपने पिता के साथ रंगमंच कलाकार के रूप में अभिनय शुरू किया। वह हमेशा यह कहती थी कि बचपन से ही उनकी रूचि गायिका बनने में थी। सन 1942 में इनके पिता का निधन हो गया एवं इनके परिवार की आर्थिक स्थिति काफी नाजुक हो गई। इसके पश्चात इन्होंने आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए मराठी और हिंदी फिल्मों में छोटी भूमिकाओं वाले रोल अदा करना शुरू कर दिये।
लता मंगेशकर जी बताती थी कि जब उन्होंने पहली बार मंच पर गाना गाया था तो उन्हें ₹25 मिले थे और उसे ही वह अपनी पहली कमाई मानती हैं। इसके बाद सन् 1942 में इन्होंने एक मराठी फिल्म “किती हसाल” के लिए गाना गया। उन्होंने 20 भाषाओं में गाना गाया। इसके बाद इन्होंने कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा और भारतीय संगीत कलाकारों में स्वर्ण अक्षरों में अपना नाम दर्ज कराया। जिसकी वजह से आज सभी लोग इन्हें एक प्रसिद्ध गायिका के रूप में जानते हैं। इन्हें कई सारे भारतीय पुरस्कारों से भी सम्मान किया गया है जिनमें सर्वोच्च पुरस्कार भारत रत्न भी शामिल है।