काशी के मणिकर्णिका घाट को कौन नहीं जानता है। इसके ऊपर फिल्म भी बन चुकी है। हिंदू धर्म में लोगों का विश्वास है कि अगर मणिकर्णिका घाट पर अंतिम संस्कार होता है तो मोक्ष की प्राप्ति होती है इसीलिए मणिकर्णिका का घाट हिंदू धर्म में ज्यादा मशहूर है।मणिकर्णिका घाट विश्व में भी मशहूर है क्योंकि यह पहला ऐसा घाट है जहां 24 घंटे चिता जलती रहती हैं। यहां नगरवधूएं भी चिता भस्म के साथ होली खेलती हैं।
मणिकर्णिका घाट को लेकर IMS BHU के न्यूरोलॉजी विभाग के प्रोफेसर बीएन मिश्रा ने यहां जलती चिताओं की दो तस्वीरों को अपने कैमरे में कैद कर उससे अपने ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट किया।
मणिकर्णिका घाट को माहशमशान घाट भी कहा जाता है। बुधवार को इस घाट पर जलती चिताओं के ऊपर से अलौकिक आकृति देखकर हर कोई हैरान था। बुधवार को आईएमएस बीएचयू के न्यूरोलॉजी विभाग के प्रोफेसर बीएन मिश्रा ने जलती चिता के दो तस्वीरों को कैमरे में कैद कर अपने ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा “जब भी मैंने घाट वाक पर मणिकर्णिका पर जलती चिताओं के फोटो लिए तो कुछ ना कुछ अलग ही दिखा उन्होंने एक तस्वीर पिछले साल की और दूसरी मंगलवार की खींची हुई शेयर की”
इस दोनों तस्वीरों को आप भी देख सकते हैं। जिसमें प्रोफेसर ने बताया कि दोनों तस्वीरों में अलग-अलग अलौकिक चीज दिखाई दे रही है। ईश्वर ही जाने अपनी माया, लेकिन दोनों फोटो में कुछ न कुछ तो अलग दिख रहा है।
प्रोफेसर ने बताया कि यह पहली बार नहीं है। जब उन्होंने ऐसी तस्वीर ली। इसके पहले भी जब भी उन्होंने ऐसी तस्वीर ली है उन्हें हमेशा कुछ अलग ही दिखाई देता है।
इन फोटोस को देखने के बाद आपके मन में क्या विचार आते हैं। मणिकर्णिका घाट को लेकर आप भी अपने विचार कमेंट सेक्शन में लिखें।