राजा रानी के किस्से हमने अपनी दादी दादा से खूब सुने हैं और इन कहानियों को सुनकर ही हम बड़े हुए हैं। राजा की बहादुरी को बड़े ही गर्व से सुनाया जाता था, लेकिन कभी-कभी किसी कहानी में हमें राजा की क्रूरता और प्रजा पर अत्याचार करने के किस्से सुनने को मिल जाते हैं।
आज हम बताते हैं, एक ऐसे राजा की कथा जो 365 रानियों का अकेला मालिक था और इसने कई महल भी बनवा रखे थे। यह हर रात के लिए एक खास तरीके से इन रानियों में से किसी एक रानी का चुनाव भी करता था।
पटियाला के राजा भूपेंद्र सिंह ने कई महल बनवाए थे और इन महलों में अलग-अलग 365 रानियों को रखता था। इन रानियों में किस रानी के साथ रात बिताना है, इसका फैसला वह स्वयं नहीं करता था।
उपेंद्र सिंह इस तरह करता था फैसला
भूपेंद्र सिंह सभी रानियों के महल के बाहर एक-एक लालटेन जलाके रखा था और सब पर रानियों के नाम लिखे होते थे। सुबह होने तक जिस रानी के महल के बाहर का लालटेन का जलना पहले बंद होता था। राजा उसी के साथ रात गुजारता था।
पुराने जमाने में राजा कई शादियां करते थे। ऐसा करने में वह अपनी शान समझते थे और उन्हें रखने का उनका अपना अलग-अलग अंदाज़ या तरीका होता था। लेकिन आज के दौर में ऐसा कुछ नहीं है। एक शादी से ज्यादा शादियां गैरकानूनी माने जाते हैं।