वर्तमान समय में जिस तरह से सूचना प्रौद्योगिकी का युग आया है। जहां मोबाइल फोन स्मार्टफोन का चलन काफी तेजी से बढ़ता जा रहा है। पिछले 2 सालों में कोरोना ने भी लोगों को मोबाइल से ज्यादा ही जोड़ दिया है। कोरोना काल के लॉकडाउन में लोगों का सहारा है। स्मार्टफोन ही बना था जिसकी वजह से लोग इससे और भी ज्यादा जुड़ गए हैं।
अब बच्चों की पढ़ाई के लिए भी बच्चों के हाथ में आप मोबाइल देख पाएंगे। रोजमर्रा की जिंदगी की बात अगर की जाए तो मोबाइल के बिना कुछ सोचा भी नहीं जा सकता है। मोबाइल को लेकर भारत में मोबाइल को लेकर कोई भी नियम नहीं है। लेकिन ऐसे कई देश है जहां पर मोबाइल को लेकर कानून बने हुए हैं।
पाकिस्तान के सिंध प्रांत से एक विधेयक काफी चर्चा में है। इस विधेयक के अनुसार आप बिना इजाजत के किसी का फोन छू लेते हैं तो आपको 6 महीने की सजा हो सकती है।
चीन में एक नियम है कि बच्चे और बड़े हफ्ते में 3 घंटे ही मोबाइल या ऑनलाइन गेम खेल सकते हैं। इसके अलावा वह मोबाइल पर गेम खेलते पाए गए तो गेम प्रोवाइडर पर भी कड़ी कार्रवाई हो सकती है। चीन की आबादी बहुत ज्यादा है और इस कारण मोबाइल का इस्तेमाल भी ज्यादा होता है इसीलिए लोग फोन ना खरीद पाए, इसलिए पिछले दिनों में जारी हुआ है कि अगर कोई नया मोबाइल लेता है तो उसका फेस स्कैन किया जाएगा।
जापानी भी मोबाइल फोन की लत से छुटकारा पाने के लिए बनाए हैं नियम
जापान में भी मोबाइल फोन की लत से परेशान प्रशासन ने भी नियम बनाया है। सड़क पर चलते हुए कोई मोबाइल नहीं देख सकता है। यह बड़ा जुर्माना होता है या फिर गाड़ी में भी आपको मोबाइल नहीं देख सकते हैं और ऐसा मोबाइल की लत छुड़ाने के लिए किया गया है।
पुर्तगाल में एक नया नियम बना है कि ऑफिस टाइम के बाद कंपनी का बॉस अपने कर्मचारियों को फोन नहीं कर सकता। वैसे तो गाड़ी चलाते समय भी मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे ध्यान रखता है। दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है। फ्रांस में भी ऐसा नियम है कि अगर सड़क या आसपास कहीं गाड़ी बंद है तो मोबाइल नहीं देख सकते है।
उत्तर कोरिया एक ऐसा देश है। जहां इंटरनेशनल कॉल करने पर सजा दी जाती है। कोरिया पुलिस आपको पकड़ लेगी। यहां पर बड़ी शख्ति से कानून के नियम चलते हैं। आपके हिसाब से भारत में भी मोबाइल फोन को लेकर कुछ नियम होने चाहिए। अगर हां तो कैसे नियम होने चाहिए। कमेंट बॉक्स में लिखें।