कहते हैं कि प्यार अंधा होता है बहरा होता है वह ना किसी की सुनता है और ना खुश की दिखता है। प्यार इंसान को किस हद तक ले जाता है इसका अंदाजा नहीं लगा सकते हैं। प्यार में हर इंसान वह सब कर गुजरने को तैयार रहता है, जिसे उसके आशिक उससे खुश रहें।
भोपाल के रहने वाले एक युवक दिल्ली स्थित एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करता था। इसी दौरान उसे अपने सहकर्मी विधवा महिला से प्यार हो गया। प्यार इस कदर परवान चढ़ा कि वह किसी भी हालत में उस महिला के साथ रहना चाहता था।जिसके लिए युवक ने एक बच्ची की मां विधवा महिला के सामने शादी का प्रस्ताव रखा, जिसे महिला ने ठुकरा दिया।
बताया जाता है कि महिला के पति की 2 साल पहले कोरोना से मौत हो गई। इस घटना के बाद महिला ने यह तय किया था कि वह किसी से दूसरी शादी नहीं करेगी इसी वजह से युवक के बार बार निवेदन करने पर भी महिला शादी करने से इनकार कर दिया। जिसके बाद में उस युवक ने कहा कि अगर वह उसे पुरुष के रूप में स्वीकार नहीं करती है तो उसके साथ रहने और उसकी मदद करने के लिए, वह जेंडर चेंज कर करवा कर महिला बन जाएगा
32 वर्षीय युवक एक संपन्न परिवार से ताल्लुक रखता है और उसके पिता क्लास वन ऑफिसर है युवक खुद दिल्ली के एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करता है। बताया जाता है कि ट्रीटमेंट की वजह से लड़के के हार्मोन बदलने लगे थे। वह लड़कियों के जैसा व्यवहार करने लगाता है, इसके साथ ही वह अक्सर अकेले रहता और रोने लगता था।हर बात पर गुस्सा आना। उसकी हरकत बनती जा रही थी, जिससे घबराए माता-पिता ने जब उसका काउंसलिंग करवाएं तभी इस राज से पर्दा उठा
परिवार करा रहा काउंसलिंग
बच्चे की बिगड़ती हालत देख माता पिता ने जब उसके काउंसलिंग कराने का फैसला लिया। तब उन्होंने वकील और काउंसलर सरिता रोजाना से इसके विषय में बात की। यही नहीं दोस्त महिला ने भी बात की। इसके बाद उसे समझ में आया। जिसके बाद युवक ने बीच में ट्रीटमेंट बंद कर दिया। बीच में ही ट्रीटमेंट बंद करने का नतीजा यह हुआ कि वह ना अब लड़का रह गया और ना ही लड़की।