तिब्बत से लगा हुआ एक छोटा सा देश भूटान जो अपनी संस्कृति के लिए जाना जाता है। यहां की संस्कृति हमारे देश से काफी भिन्न है। पहले तो यहां विदेशी पर्यटकों को आने तक की इजाजत नहीं थी। लेकिन अब इजाजत मिली है लेकिन वह भी सीमित मात्रा में 1974 ने पहली बार भूटान में अपने यहां पर्यटकों को आने की अनुमति दी।
तब यहां पर पर्यटकों का आना जाना शुरू हुआ तो यहां की परंपरा और रहन-सहन के विषय में लोगों को जानकारी हुई, लेकिन हम भारतीयों को भूटान में अन्य देशों की अपेक्षा कुछ ज्यादा ही छूट मिली है, क्योंकि भारत भूटान का एक अच्छा पड़ोसी मित्र देश है। ऐसे में अन्य देशों से अधिक स्वतंत्रता बनता है।
यहां की सरकार पर्यटकों को ट्रेडिंग करने के लिए जरा भी सुविधा प्रदान नहीं करती है। इसलिए यहां पर बहुत कम सैलानी इन पहाड़ों को देख पाते हैं। कभी यहां घूमने जाएंगे तो आप देखेंगे कि वहां पर चौराहे पर ट्रैफिक सिग्नल नहीं होगा। यह आपको सिग्नल ऊपर कुछ अधिकारी सफेद दस्ताने पहने हुए नजर आते हैं,जो ट्रैफिक रूल्स के नियमों का पालन करवाते हैं।
आपको बता दें कि भूटान गरीब देशों में जरूर दिन आ जाता है लेकिन वह अपने देश में शिक्षा और स्वास्थ्य की सुविधाएं मुफ्त में देता है। यहां तक कि बाहर से आए पर्यटकों को भी स्वास्थ्य सुविधाएं मुफ्त में मिलती हैं। यही नहीं भूटान अपने यहां प्लास्टिक के बोतलों का प्रयोग नहीं करता क्योंकि यह प्रकृति को नुकसान पहुंचाता है। ऐसे बहुत से रहस्य के लिए आप यह वीडियो देखिए और भूटान की कई विशेष जानकारियां प्राप्त करिए।