सोशल मीडिया पर कभी-कभी कुछ ऐसे वीडियो वायरल होते हैं। जिन्हें देखकर हम आश्चर्यचकित हो जाते हैं जैसा कि गांव देहात के इलाकों में यह धारणा बन चुकी है। सरकारी स्कूलों में पढ़ाई नहीं होती है और टीचर वहां पर आराम ही करते नजर आते हैं। सरकार की सुविधाओं का दुरुपयोग करते हुए शिक्षक भी नजर आते हैं तो वह विद्यार्थी भी ऐसे हैं। जो पढ़ाई के लिए विद्यालय को बिल्कुल नहीं जाते हैं। लेकिन कभी-कभी यह बातें मिथ्या भी साबित हो जाती है।
जहां बिहार का नाम पढ़ाई के नाम पर बदनाम है और वहां के सरकारी स्कूल की व्यवस्था अच्छी नहीं है और टीचर की जहां ऐसी हालत है कि उन्हें खुद ही उस विषय का ज्ञान नहीं जिसे वह पढ़ा रहे हैं। उसी बिहार में आज हम आपको एक सरकारी स्कूल पर ले चलेंगे जहां आप हो वहां के बच्चों को देखकर सोचने पर मजबूर हो जाएंगे कि नहीं स्कूल की व्यवस्था और सरकार की व्यवस्था में कोई कमी नहीं है। अगर टीचर पढ़ाने वाला हो तो विद्यार्थी पढ़ने में मन लगा सकते हैं और अगर विद्यार्थी पढ़ने वाला हो तो टीचर भी पढ़ाने को मजबूर हो सकते हैं।
ऐसा ही रामबाग घटारो औरंगाबाद बिहार से एक वीडियो सामने आया है। जिसे यूट्यूब अकाउंट a to z Bihar पर देखा जा सकता है। इस वीडियो में आप देखेंगे कि एक रिपोर्टर सरकारी स्कूल में जाकर वहां के बच्चों से इंग्लिश में सवाल जवाब करते हैं। जिसमें आप देखेंगे सरकारी स्कूल के बच्चे भी बेहद धड़ल्ले से अंग्रेजी के सवालों का जवाब देते नजर आ रहे हैं।
जिसे रिपोर्टर देखकर खुद ही हैरानी मान रहे हैं। यही नहीं आप देख पाएंगे किस वह उसी स्कूल के दूसरी कक्षा में जाते हैं। जहां गणित की पढ़ाई हो रही होती है। जब वह बच्चों से गणित के सवालों को पूछती तो भी बच्चे बता देते हैं। जैसा कि सबको मालूम है कि अगर बच्चों की संख्या 10 है तो 10 में से एक दो बच्चे ऐसे भी होते हैं जो काफी कमजोर होते हैं। ऐसा यहां भी देखने को मिला लेकिन बाकी बच्चे तो अच्छे से पढ़ रहे थे।
जिससे साफ जाहिर होता है अगर टीचर अपने कामों को पूरी ईमानदारी से करें तो सरकारी स्कूलों में भी बच्चे अच्छे ही निकलेंगे। बच्चों को सही माहौल और अच्छी शिक्षा मिले तभी वह आगे बढ़ेंगे और अच्छी शिक्षा और सही माहौल देने का काम टीचर का होता है और इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि ऐसा बिल्कुल हुआ है। जब टीचर अपने बच्चों को पढ़ाने पर अपने पूरे ज्ञान का प्रयोग कर रहे हैं।