समय के साथ परिस्थितियां भी बदल जाती हैं और दौर के साथ लोगों का रहन सहन बदल जाता है। वैसे ही पहले की शिक्षा व्यवस्था और अब की शिक्षा व्यवस्था में काफी ज्यादा बदलाव आ चुके हैं। पहले छोटे बच्चे के बैग में एक दो कॉपी और दो तीन किताब भी होते थे और मस्ती भरे अंदाज में झूमते वह स्कूल पहुंच जाते थे लेकिन आज के बच्चे अप टू डेट होकर यूनिफार्म में और बैग जिसमें करीबन 4 से 5 किलो का वजन लेकर स्कूल पहुंचते हैं। 4 साल के 5 साल के बच्चों को इतना भारी वजन उठाना पड़ता है। सोशल मीडिया पर भी इसी से जुड़ा एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसे देखकर हंसी तो आ रही है लेकिन बच्चे के बिगड़े बैलेंस पर यह भी मन में ख्याल आता है कि आज की स्थिति बच्चों के लिए भारी समस्या हो चुकी है। उनके कंधों के ऊपर बढ़ने के बजाय नीचे दबा दे रहे हैं लेकिन व्यवस्थाएं इतनी टाइट है स्कूलों की माता-पिता को ऐसा करना ही पड़ता है।
वायरल हो रहा है वीडियो में आप देख सकते हैं एक छोटा बच्चा जो करीबन 4 साल का ही होगा। वह बच्चा पूरे यूनिफार्म में अप टू डेट है और उसके पीठ पर उसके पिता बैग टांगते हुए नजर आ रहे हैं। बच्चे को काफी परेशानी होती है लेकिन किसी तरह बच्चे पर उसका बैग दिया जाता है तो उसके कदम लड़खड़ाते हैं और वह फिर धड़ाम से जमीन पर गिर जाता है। जिसके तुरंत बाद पिता बच्चे को उठाते हैं।
“बस्तों के बोझ तले दबता बचपन” pic.twitter.com/pG0afsDjmU
— Prahlad Meena / प्रहलाद मीना, IPS (@IPS_Prahlad) September 21, 2022
बच्चे का इस बैग से हालत खराब है सोशल मीडिया पर इस वीडियो को देखकर यूजर्स को तो हंसी जरूर आ रही है लेकिन यह एक गंभीर समस्या है जो बच्चे पर काफी ज्यादा लोड होने का है। जिस तरह से बच्चे के बचपन को इस भारी-भरकम बैंग ने दबाने की कोशिश की है। वैसे ही बचे एलकेजी में ही होमवर्क कंप्लीट करने और स्कूल में अच्छा परफॉर्म के चक्कर में दब रहे हैं। यह वीडियो आईपीएस अधिकारी प्रहलाद मीना ने शेयर किया है। जिसके कैप्शन में उन्होंने लिखा “बस्तों के बोझ तले दबता बचपन” वाकई में यह बात सही है और इस पर विचार करने की जरूरत है क्या बच्चों को इतना बोझ देना ठीक है। आप भी अपनी प्रतिक्रिया कमेंट बॉक्स में लिखें।