हम सभी जानते हैं कि महिला के लिए मां बनना एक सुखद अनुभव है व महिला का सबसे बड़ा सौभाग्य भी लेकिन कभी-कभी कुछ महिलाएं ऐसा काम पर जाती है, जिसके बारे में सोच कर भी हम हैरान रह जाते हैं एक ऐसी ही खबर आई है, संयुक्त राज्य अमेरिका से जहां पर 45 वर्षीय महिला नाद्दा सुलेमान ने 2009 में एक साथ 8 बच्चों को जन्म दिया था।
जी हां, यह एक चौका देने वाली खबर थी लेकिन अब उनके बच्चे 12 साल के हो चुके हैं और अपने बच्चों के 12वें जन्मदिन पर नाद्दा ने कुछ तस्वीरें शेयर की है। आपको बता दें कि 2009 में डॉक्टरों द्वारा आईवीएफ तकनीक से नाद्दा के गर्भाशय में 12 बच्चों के भ्रूण डाले गए थे। हालांकि जिनमें से आठ ही जिंदा पैदा हुए। 8 बच्चों को एक साथ गर्भाशय में पालने की वजह से नाद्दा का पेट गुब्बारे की तरह फुल था। वही नाद्दा के लिए एक साथ 8 बच्चों का गर्भाशय में पोषण करना और जन्म के बाद उनकी परवरिश करना एक अच्छा और अलग अनुभव है।
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि नाद्दा पहली बार 8 बच्चों की मां नहीं बनी है, इससे पहले भी वह 6 बच्चों को जन्म दे चुकी है और वह कुल 14 बच्चों की मां है। नाद्दा एक तलाकशुदा है और एलुमनी से इन्होंने आईवीएफ तकनीक की मदद से अपने बच्चों को जन्म दिया है। आपको बता दें कि डॉक्टर माइकल कामरबा ने महिला की गर्भ में 12 भ्रूण डाले थे, उसका लाइसेंस रद्द कर दिया गया है क्योंकि किसी भी डॉक्टर द्वारा आईवीएफ तकनीक से किसी महिला के गर्भ में 3 से अधिक भ्रूण नहीं डाले जा सकते। वहीं डॉक्टरों का कहना है कि उन्होंने यह काम नाद्या के कहने पर किया था और नाद्या इस मामले में कहती है कि डॉक्टर ने चालाकी से उनके गर्भ में एक साथ 12 भ्रूण डाले थे।
नाद्या की प्रेगनेंसी और डिलीवरी को 46 डॉक्टर और नर्सों की एक टीम ने संचालित किया गया, जो बहुत ही कठिन काम था। डिलीवरी केवल 31 हफ्तों में ही हो गई थी। इस दौरान नाद्या के 8 बच्चे ही जीवित पैदा हुए थे। आज नाद्या के बच्चे बड़े हो चुके हैं और अपनी मां का पूरा साथ देते हैं। नाद्या अपने बच्चों के साथ बहुत खुश है, वहीं उनकी परवरिश करने में अपना पूरा जीवन व्यतीत कर रहे हैं। नाद्या कहती है कि उनके पूरा दिन बच्चों के खाना बनाने में ही खत्म हो जाता है। नाद्या के 13 बच्चे शाकाहारी है, वह अपने बच्चों की परवरिश करने के लिए जी जान से मेहनत करती हैं।