हम सभी ने प्यार के मामले में एक कहावत सुनते आ रहे हैं कि प्यार अंधा होता है। एक ऐसा ही मामला सामने आया है जिसने यह जाहिर होता किसी कि वाकई में प्यार अंधा होता है। दरअसल उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में एक ससुर को अपने ही बेटे की पत्नी से प्यार हो गया और वह उसके साथ भाग गया। जिसके बाद दोनों ने शादी कर ली शादी के बाद जब दोनों का एक बेटा हुआ तो दोनों घर वापस आ गए।
महिला की शिकायत पर पंचायत का फैसला
महिला ने अपने पूर्व पति के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी। जिसके बाद पंचायत बुलाई गई और फैसला ससुर और बहू के पक्ष में हुआ। महिला अपनी स्वेच्छा से शादी की थी।
ससुर की पत्नी का निधन
ससुर देवानंद जिनकी आयु 45 वर्ष की है। उनकी पत्नी का निधन 6 साल पहले हो गया था। परिवार वालों ने दोबारा शादी करने की सलाह दी लेकिन देवानंद ने उस वक्त अपने 15 साल के बेटे की शादी करा दी। शादी के कुछ दिनों बाद ही बेटे सुमित और उसकी पत्नी में झगड़ा होने लगा और बहू अपने ससुर के करीब आने लगी।
ससुराल पक्ष ने की शादी
देवानंद ने जब बहू से शादी करने का फैसला किये तो सब ऐसे कदम उठाने से हैरान हो गए। देवानंद ने सुमित की पत्नी के साथ कोर्ट मैरिज की और दोनों एक अलग जिले में चले गए। जब दोनों का एक बेटा हुआ तो वे घर वापस आए। दोनों का बेटा 1 साल का है। देवानंद अपने बेटे की जिम्मेदारी निभा रहे हैं।
पिता के शादी करने पर पति को कोई फर्क नहीं
सुमित शराब और जुए का आदि है। उसकी पत्नी ने उसके पिता से शादी कर ली। लेकिन इस बात का उसे कोई फर्क नहीं पड़ा, बल्कि उसने अपनी पत्नी के लापता होने की शिकायत ही दर्ज दी।
पिता पुत्र के बीच विवाद
जब यह पूरा मामला सामने आया तो पिता और पुत्र के बीच विवाद शुरू हो गया। लेकिन वही है जब पत्नी से पूछा गया तो उसने अपने ससुर के पास रहने के लिए कहा और उसने बताया कि उसने उनके साथ कोर्ट मैरिज की है।
पति था नाबालिक
जिस समय शादी हुई थी। उस समय पति सुमित नाबालिक था और उसकी शादी को बाल विवाह माना जाता था क्योंकि शादी के कोई दस्तावेज नहीं थे। इसलिए कोर्ट इस मामले में मदद नहीं कर सकता है।