गर्भवती महिलाएं अगर कहीं ट्रेवल कर रही है और ऐसे में उनकी डिलीवरी वही होती है तो लोग परेशान भी होते हैं। कभी-कभी ट्रेन में और हवाई जहाज में सफर करने के दौरान ही बच्चे पैदा हो जाते हैं लेकिन अगर इंटरनेशनल फ्लाइट में किसी महिला की डिलीवरी हो जाती है और वह बच्चे को जन्म देती है, तो उस बच्चे को किस देश की नागरिकता मिलेगी। है ना हैरान करने वाली बात बहुत कम ही लोगों को इसकी जानकारी हुई होगी। तो आइए आज हम इसके विषय में जानते हैं
दरअसल इसी से जुड़ा एक मामला लंदन से सामने आया है। जहां लंदन से कोच्चि आ रहे एयर इंडिया के विमान में मंगलवार को एक बच्चे का जन्म हुआ। अब सवाल यह उठता है कि उस बच्चे को कहां की नागरिकता मिलेगी, भारत में 7 महीने या उससे अधिक की गर्भवती महिलाओं को हवाई यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाती है। कुछ विशेष मामलों में इसकी अनुमति दी भी जाती है।
लेकिन इसके लिए भी एक प्रावधान बनाया गया है। जैसे अगर कोई महिला भारत से अमेरिका के लिए उड़ान भर्ती और विमान में महिला बच्चे को जन्म देती है तो इस मामले में यह देखा जाता है कि जन्म के समय विमान किस देश की सीमा से ऊपर उड़ान भर रहा है। लैंडिंग के बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी से बच्चे के जन्म प्रमाण पत्र से संबंधित दस्तावेज उस देश से ले जा सकते हैं। इसके साथ ही बच्चे के माता-पिता की राष्ट्रीयता प्राप्त करने का भी अधिकार होता है।
दोहरी नागरिकता का प्रावधान भारत में नहीं
अंतर्राष्ट्रीय विवाद में अगर भारत में बच्चे का जन्म होता है तो बच्चे को भारत में नागरिकता मिल जाती है लेकिन भारत में दोहरी नागरिकता का कोई प्रावधान नहीं है।
एक दूसरा मामला
दूसरा मामला अमेरिका के सामने आया था। जिसमें विमान में एम्सटर्डम से अमेरिका के लिए उड़ान भरी थी। जिसमें 1 बच्चे का जन्म हो गया और उस समय मां और बच्चे को अमेरिका के अस्पताल में ले जाया गया। जन्म यूएस बॉर्डर पर हुआ था इसलिए उसे यूएस और नीदरलैंड दोनों की नागरिकता मिल गई।
वैसे जानकारी के लिए बता दें कि बॉर्डर पर जन्म लेने वाले बच्चों के नागरिकता को लेकर हर देश में अपने अलग-अलग नियम और कानून हैं।