उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों की तरह वाराणसी में भी गंगा के बढ़ते स्तर से खतरा सामने नजर आना शुरू हो गया है। केंद्रीय जल आयोग ने बताया कि 8 अक्टूबर रविवार को गंगा का जलस्तर 70.96 मीटर पहुंच गया है। जिले में चेतावनी बिंदू 70.262 है, जो शुक्रवार की रात को ही पूरा कर लिया गया था।
आपको बता दें कि वाराणसी में गंगा 2 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रही है। वाराणसी में गंगा का डेंजर लेवल 71.26 मीटर है। वही गंगा तट के किनारे रहे जाने वाले लोगों को जिला प्रशासन में 27 होने की चेतावनी दी है और एनडीआरएफ व स्थानीय गोताखोरों की तमाम टीमें घाटों पर तैनात कर दिया है और जिले में स्थापित बाढ़ चौकियों को अलर्ट पर रखा गया है। अनुमान है कि गंगा शीघ्र यहां खतरे के निशान को भी पार कर सकती हैं।
वही गंगा की पलट प्रभाव ने वरुणा नदी को भी उफान पर कर दिया है। जिसकी वजह से तमाम इलाकों में मुश्किलें बढ़ गई। कुछ लोग पलायन करने लगे हैं तो कुछ लोग किराए का कमरा लेकर रहने को विवश है। वहीं गंगा के बढ़ते जल स्तर को देखते हुए वाराणसी में कुल 62 बाढ़ चौकियां/शरणालय बनाये गये हैं। इनमें बाढ़ को ध्यान में रखते हुए विभिन्न विभागों के कर्मचारियों की तैनाती कर दी गयी है। गंगा के प्रभाव से ना सिर्फ वाराणसी बल्कि उससे सट्टे छोटे-छोटे कस्बों में भी बाढ़ की समस्या तेजी से सामने आ रही है।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यकतानुसार 3 मोटर बोट तथा 15 नावों की व्यवस्था की गयी है। मोटर बोट एवं नाव की व्यवस्था के लिए राजेन्द्र कन्नौजिया, राजस्व निरीक्षक मोबाइल नंबर 9415620341 को प्रभारी बनाया गया है। बाढ़ के संबंधित किसी भी तरह की समस्या होने पर आप इनसे संपर्क कर सकते हैं।