आपकी किस्मत के सितारे अगर चरम पर है तो आप को सफल होने में कोई भी नहीं रोक सकता। इसे किस्मत का ही खेल कहेंगे कि जब आपको अचानक कोई लाभ हो जाए। जिससे आपको कोई उम्मीद ही ना रहे और ना आपने उसके अनुसार कोई कड़ी मेहनत की हो। लेकिन कहते हैं ना कि जब किस्मत होता है तो आपको लाभ होने से कोई रोक नहीं सकता।
चंद्रकांत ने समुद्र में मछलियों को पकड़ने के लिए जाल फैलाया था। जब वह उस जाल को खींचने लगे तो वह बहुत ज्यादा ही भारी लगने लगा लेकिन उन्होंने प्रयास कर उस जाल को नाव के पास खींचा। नाव के पास आते ही उस जाल को देखकर उनके सभी साथी काफी अचंभित हो गए क्योंकि करीब 150 घोल मछलियां थी। इतनी बड़ी संख्या में घोल मछलियों को देखकर सभी की खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा।
उन्हें यकीन ही नहीं हुआ कि पलभर में ही उनकी किस्मत इतनी बड़ी करवट ले लेगी उन्होंने जब मछलियों की बोली लगाई तो एक करोड़ 33 लाख के लगभग उन्हें मुनाफा हुआ। कहते हैं कि जिसकी किस्मत में जितना लिखा है।उतना ही मिलेगा और सबसे बड़ी बात जब लिखा है तभी मिलेगा। बस आप को सब्र करते हुए मेहनत करने की जरूरत होती है, लेकिन इसी में इंसान मार खा जाते हैं और उनसे सब्र नहीं हो पाता है।
चंद्रकांत मछुआरे को भी यह नहीं पता था कि उनकी किस्मत एक ही पल में ऐसा करवट लेकर उनका इतना बड़ा मुनाफा करवा देगी। उनके लिए तो यह लॉटरी लगने जैसा हो गया था। कान के बेटे सोमनाथ ने कहा कि उन्होंने हर मछली को लगभग 45 से ₹85 हजार में बेचा।