आपको यह बात सुनकर हैरानी होती होगी लेकिन, हम आपको बताना चाहते है की, ऑस्ट्रेलिया की ओलंपिक कांस्य और रजत पदक विजेता जेसी फॉक्स टोक्यो ओलंपिक्स 2020 में कांस्य पदक जीत चुकी हैं। लेकिन उन्होंने खुलाशा किया है, की एथलीट कैनो स्लेलम में इस्तेमाल होने वाले कायक बोट (कश्ती) को ठीक करने के लिए कॉन्डम का उपयोग करती है। जानिये इसके उपयोग के बारे में।
फॉक्स ने अपने सोशल अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया़ है, जिसमे देखा जा सकता है कि फॉक्स के क्रू का एक सदस्य उनकी इस कश्ती को ठीक करने के लिए किस तरह से कॉन्डम का इस्तेमाल करते देखा जा सकता है। इस तरह की बोट को ठीक करने के लिए इसका उपयोग एथलीट करते है।
वीडियो के साथ लिखा है, की मुझे उम्मीद है कि आप लोग शायद नहीं जानते होंगे कि एक कॉन्डम को कायक बोट्स को रिपेयर के लिए भी इस्तेमाल किया सकता है। उन्होंने बताया की इसका उपयोग करने के बाद कार्बन को काफी स्मूद फिनिश देता है। इस वीडियो को उनके फेन्स द्वारा काफी पसंद किआ जा रहा है।
27 साल की फॉक्स सिडनी से हैं और वे टोक्यो ओलंपिक के कैनोन स्लेलम इवेंट में 106.73 टाइम के साथ तीसरे स्थान पर रहीं और उन्होंने अपने देश के लिए ओलंपिक्स में कांस्य पदक जीता है। उनसे गोल्ड की उम्मीद लगा के रखी थी लेंकिन वह इसमें गोल्ड नहीं जित पायी। इस रेस में वे फास्टेस्ट थीं लेकिन टाइम पेनल्टी के चलते उन्हें तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा। इसके पहले फॉक्स तीन बार की कैनोन स्लेलम K1 वर्ल्ड चैंपियन रह चुकी हैं। उन्होंने 2012 में लंदन ओलंपिक्स में अपने देश के लिए सिल्वर पदक हासिल किया था।
हम आपको बताना चाहते है की, फॉक्स के माता पिता भी ओलंपिक गेम्स में हिस्सा ले चुके हैं, उनके पिता रिचर्ड ने ग्रेट ब्रिटेन के लिए साल 1992 में हुए बार्सिलोना ओलंपिक गेम.में हिस्सा लिया था, वह अपने समय में पांच बार के विश्व चैंपियन रहे थे और उन्होंने बार्सिलोना ओलंपिक गेम्स में चौथा स्थान हासिल किया था। उनके नक़्शे कदम पर उनकी बेटी भी उसी रह पर चल रही है।