आज भी हमारे देश के कई हिस्सों में ऐसी हैवानियत होती है, जिसके बारे में सोच कर ही हमारा दिल कांप जाता है। आखिर कोई इंसान ऐसा कैसे कर सकता है, वह भी अपने ही औलाद के साथ। जहां आज हमारा देश 21वीं शताब्दी में कामयाबी की शिखर की ओर बढ़ रहा है। वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो हमारे देश को अपनी छोटी सोच और हैवानियत से बदनाम कर रहे हैं।
हम बात कर रहे हैं मुंबई से आए एक दिल दहला देने वाले मामले की जहां पति ने बेटे की चाह में अपनी ही पत्नी का 8 बार गर्भपात करा डाला। “द टाइम्स ऑफ इंडिया” की रिपोर्ट के अनुसार 40 वर्षीय महिला ने अपने पति और ससुराल वालों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
आपको बता दें कि महिला एक रिटायर्ड न्यायधीश की बेटी है और पति पेसे वकील है। वही पति के घर वाले भी वकील है और महिला की ननंद डॉक्टर है। महिला की शादी 2007 में हुई थी और शादी की कुछ ही सालों बाद इनके बीच झगड़ा हुआ, और मारपीट शुरू हो गई। मारपीट की वजह थी, महिला द्वारा पति को बेटा ना दे पाना।
महिला ने अपनी शिकायत दादरा पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई है। शिकायत के अनुसार महिला को साल 2009 में बच्ची होने वाली थी और साल 2011 में वह एक बार फिर गर्भवती हुई लेकिन उसके पति ने जबरदस्ती उसका गर्भपात करा दिया। महिला ने यह भी बताया कि उसके पति ने उसके विरुद्ध जाकर बेटा पैदा करने के लिए कई इलाज भी करवाएं। पति की इस क्रूरता के अलावा वह उसे रोज मारता पीटता भी था। महिला का आरोप है कि उसके पति ने उसे डेढ़ हजार हार्मोन और स्टेरोइड के इंजेक्शन लेने पर मजबूर किया।
महिला का पति उसे प्रिइंपलांटेशन जेनेटिक डिसऑर्डर बीमारी ठीक कराने के लिए विदेश ले गया था। जहां वह लिंग परीक्षण करवाता था, उसने अब तक अपनी पत्नी के आठ गर्भपात करा दिए थे। भारत में गर्भपात कराना गैर कानूनी व अक्ष्म्य अपराध है, पुलिस ने इस मामले में छानबीन करना शुरू कर दिया है।