हैदराबाद की रहने वाली 13 वर्षीय लड़की ने अपने हिम्मत और हौसले से अपना नाम रोशन कर दिया। अफ्रीका के सबसे ऊंचे पहाड़ माउंट किलिमंजारो पर चढ़े और तिरंगा फहराया। जिसका सर्टिफिकेट मिलने पर मीडिया से रूबरू हुई। मुरिकी पुलकिता हसवी है।
छोटी उम्र होने के बावजूद भी उनका हौसला बड़े बड़ों को हैरान कर देने वाला है। माउंट किलिमंजारो 19,341 ऊंचा है। जिसे फतेहकर भारत का गौरव बढ़ाया।
मुरिकी कहती है कि मुझे पहाड़ों की ट्रेवलिंग करना बहुत पसंद है और मैं अपनी जिंदगी ऐसे ही रोमांचकारी सफरों में बिताना चाहती हूं। हसवी ने कहा कि उन्हें एक फिल्म के जरिए पर्वतारोही के बारे में पता चला। तभी से उन्होंने दुनिया भर के सभी साथ सबसे ऊंचे शिखरों की चोटी पर पहुंचने का ठान लिया।
मानसिक रूप से स्वस्थ होना जरूरी
पुलकिता हसवी ने कहा कि बेसकैंप पहुंचने के बाद मुझे एहसास हुआ कि मैं सभी साल शिखर सम्मेलन को पूरा करना चाहती हूं। मैंने वही तैयारी करने की बात कही। उन्होंने कहा इस सब में उन्हें यही सीखा कि पर्वतारोहण के लिए आपको मानसिक रूप से मजबूत होना बहुत जरूरी है। इसलिए मैंने खुद को मानसिक रूप से स्वस्थ रखने के लिए योग और ध्यान करना शुरू किया।
2024 से पहले ही सात चोटियां चढ़ूंगी
पूछे जाने पर कि पुलकिता अब आगे क्या करना चाहती तो भविष्य के लक्ष्यों के बारे में बताते हुए कहा कि मैं 2024 तक विश्व के सभी 7 शिखर पर चढ़ना चाहती हूं। जिसके लिए पहले ही सभी उसने बना लिए उन्होंने कहा कि सभी युवा पीढ़ियों के लिए मेरा संदेश है कि उन्हें पर्वतारोहण सुनने के लिए नहीं कहना है। बल्कि मूल रूप से उन्हें अपने जीवन में अपने पहाड़ को जीतने के लिए कहां।