जब हम जन्म लेते हैं तो कुछ ही समय बाद से हमें बताया जाता है कि रामायण की क्या कहानी है और पुरुषोत्तम राम कौन थे? माता सीता कौन थी? हम हम बचपन से ही रामायण के बारे में सुनते और जानते आ रहे हैं और हमेशा हमारे माता-पिता और गुरुओं द्वारा हमें भगवान राम और सीता को आराध्य देव बताया गया है। रामायण पुस्तक जो रामायण की पूरी कहानी और भगवान राम के जीवन में घटित होने वाली सारी कठिनाइयों को बताता है।
इस पुस्तक को पढ़कर ही हम लोग इसके बारे में जान पाते हैं लेकिन आज हम आपको रामायण से जुड़े एक ऐसे तथ्य के बारे में बताने जा रहे हैं जो शायद ही आपको अपता होगा। आपने तो रामायण देखी होगी और आपके मन में यह सवाल जरूर आया होगा कि भगवान राम और माता सीता के बीच में उम्र का क्या फासला है तो आइए हम आपको इसी प्रश्न का उत्तर बताते हैं-
कितना फासला है राम और सीता के उम्र में-
वैसे तो भारतीय समाज में शादी में उम्र का अहम किरदार है। शादी होने से पहले यह जरूर देखा जाता है कि लड़की और लड़की की उम्र क्या है और उनके उम्र का फासला कितना है, तो जब टीवी सीरियल रामायण प्रसारित होती है तो हम उसमें राम जी और सीता जी की उम्र को नहीं जान पाते क्योंकि उसमें इस बात का जिक्र ही नहीं है। लेकिन रामायण में लिखित एक दोहे को पढ़कर हम इस बात का पता आसानी से लगा सकते हैं वह दोहा इस प्रकार है-
दोहा- ‘वर्ष अठारह की सिया,सत्ताइस के राम।
कीन्हों मन अभिलाष तब, करनो है सर काम।।’
इस दोहे को छोड़कर तो आप समझ ही गए होंगे कि जब माता सीता और भगवान श्री राम का विवाह हो रहा था तब माता सीता की उम्र 18 साल थी और भगवान श्री राम की उम्र 27 साल। मतलब भगवान श्री राम और माता सीता के उम्र के बीच 9 साल का अंतर था। दोहे में आगे बढ़ने पर यह पता चला कि राम जी सीता जी से 9 साल 1 महीने बड़े थे।
वैसे तो रामायण कहानी अपने आप में ही पवित्रता की मिसाल है और उस कहानी में माता सीता और भगवान श्री राम दोनों ही एक किरदार हैं जो प्रेरणा का स्त्रोत और हमें बहुत कुछ सिखाता है।