गिर सोमनाथ जिले के भोजडे गांव में रिसॉर्ट की शुरुआत की। यह भौतिक सुंदरता के साथी एक बेहतरीन आर्किटेक्चर का उदाहरण है
जानते हैं किस तरह से बना बिना पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए।
रिसॉर्ट के मालिक धनजी भाई कहते हैं कि मैंने पार्टनरशिप में यह रिसोर्ट बनवाया है जब हमने इसे बनाने का फैसला किया तो हमने यह भी फैसला किया कि हम एक भी पेड़ को नहीं काटेंगे।
इसी को ध्यान में रखते हुए हमने अहमदाबाद के इको फ्रेंडली आर्किटेक्चर हिमांशु पटेल से बात की और यह प्रोजेक्ट उन्हें सौंपा
इस रिसॉर्ट में कुल 7 कॉटेज हैं। जिन्हें बनाने के लिए ज्यादा से ज्यादा स्थानीय वस्तुओं का प्रयोग किया गया है। सभी कॉटेज में पारंपरिक तरीके से छत बनाने के लिए खपरें का उपयोग किया गया है।
जिसके ऊपर मिट्टी की टाइल्स रखी गई है। खिड़की और दरवाजे स्थानीय लकड़ी से ही बने हैं साथ ही गिर जंगल के पेड़ों को संरक्षित करने के लिए लकड़ी का प्रयोग कम से कम किया गया है। रिसॉर्ट में दीवारों के लिए पत्थर का उपयोग किया गया है।
जिसमें सीमेंट का का प्लास्टर भी नहीं चढ़ा है। दीवारों में कांच की खाली बोतलों का उपयोग भी हुआ है। कमरों और बाथरूम को प्राकृतिक रोशनी मिले इसका भी खास ख्याल रखा गया है और रिसॉर्ट के कमरे हवादार और ठंडे हैं। वही इसकी जमीन में पुराने जमाने की काली टाइल्स का प्रयोग किया गया जो पानी को शोषित कर सकता है यानी सफाई के दौरान उपयोग हुआ पानी नीचे जमीन में चला जाता है।
इन छोटी तकनीकों के कारण बगीचे का जलस्तर काफी अच्छा है और आसपास काफी हरियाली रहती है। यहां हर कॉटेज में दो कमरे हैं।इसके अलावा भी यहां एक स्विमिंग पुल है। पुल में एक ऐसी व्यवस्था की गई है कि सफाई के समय उपयोग किया हुआ गंदा पानी सीधे खेतों में जाता है। इसलिए रिसॉर्ट की सबसे खास बात यह है कि यहां खाना तैयार करने के लिए कोई सिर्फ नहीं रखा गया, बल्कि परिवार के सदस्य ही यह काम करते हैं और खाना में प्रयोग होने वाले सारे वस्तुओं को वह अपने खेतों में ही उगाते हैं ।
जिसकी वजह से यहां सात्विक भोजन बनता है अगर कभी आप भी गिर जंगलों में का लुफ्त लेना चाहे तो आप भी इस रिसॉर्ट की वेबसाइट पर जा सकते हैं और बुकिंग के लिए 97242 62021 पर संपर्क कर सकते हैं।