मजेदार जोक्स_ हसबैंड ने ऑफिस में बैठे बैठे फेसबुक पंछी बनू उड़ता फिरूं मस्त गगन में’…

funny jokes

वैस काम के भागते दौड़ते जिंदगी में लोग हंसना मुस्कुराना वजह से भूल ही गए हैं। घर से लेकर बाहर तक बस काम था। वैसे सेहत के लिए हंसना बहुत जरूरी होता है तो इसका काम आजकल सोशल मीडिया ही कर रही है। ऐसे में कुछ मजेदार जोक्स हम आपके लिए लाए हैं जी हैं आप पढ़ कर खाली बैठे ही मुस्कुरा सकते हैं और इस मुस्कुराहट के लिए आपको और कीमत भी नहीं देनी है।

* पत्नी – ये क्या हरकत है, मैं तुमसे इतनी देर से
बात कर रही हूं और तुम बार-बार जम्हाई ले रहे हो।
पति – मैं जम्हाई नहीं ले रहा हूं बल्कि तुमसे बात
करने की कोशिश कर रहा हूं।

* हसबैंड ने ऑफिस में बैठे बैठे फेसबुक पर पोस्ट किया
‘पंछी बनू उड़ता फिरूं मस्त गगन में’
तभी वाइफ का कमेंट आया
‘ऑफिस से छुटते ही सब्जी ले आना अपने भवन में
वरना एक भी बाल नही बचेंगे तुम्हारे चमन में!’

* संता- सुबह-सुबह पड़ोसन बोल रही थी कि मेरे
पेट में चूहे दौड़ रहे हैैं।
बंता- तो फिर तुमने क्या किया?
संता- मैंने उसे चूहे मारने की दवा खिला दी।
दो घंटे से सो रही है, थैंक्यू भी नहीं बोला…

* पति- क्या तुम मेरे जीवन का चांद बनोगी?
पत्नी (खुश होकर)- हां जानू…
पति- बहुत खूब, तो मुझसे 384,400 किलोमीटर दूर रहो..
फिर पति की हुई जोरदार धुलाई।

* लड़की एटीएम के पास पप्पू से कहती है।
भईया मुझे अपना बैलेंस चेक करना है, आप मेरी मदद कर दीजिए।
पप्पू ने लड़की को एक जोर की लात मारी…लड़की गिर गई!
पप्पू (लड़की से)- आपका बैलेंस तो बहुत खराब है…!!!
फिर लड़की ने पप्पू को जमकर कूटा…

* पति – विद्वानों ने कहा है कि मूर्खो
की बीवी बहुत सुंदर होती है।
पत्नी – आपके पास तो हमारी
तारीफ करने के सिवा कोई काम ही नही है।

* एक बाबा औरतों पर ज्ञान दे रहे थे।
औरतों के पास यदि अलादीन का चिराग होता तो…
जिन्न या तो मेथी छांट रहा होता।
या फिर मटर छिल रहा होता.!!

*भिखारी ने आवाज़ लगायी।
भिखारी- बाबूजी रोटी मिलेगी?
अंदर से आवाज आई- बीवी घर पर नहीं है।
भिखारी- चुम्मा नहीं माँगा साले..
रोटी तो तू भी दे सकता।

* केजरीवाल – क्या आप नोटबंदी के विरोध में हैं ?
मैं – नहीं भाई मैं तो किसी भी बंदी के विरोध में नहीं हूँ
केजरीवाल – क्यों ?
मैं – मैं किसी बंदी के विरोध में नहीं हूँ. क्योंकि बंदियां खूबसूरत ही इतनी होती हैं।

* पप्पू ट्रेन से अपने ‘गांव जा रहा था टी टी: टिकट दिखाओ…
पप्पू: ग़रीब है साहब! चटनी बासी रोटी खाते है।
टी टी: टिकट दिखाओ ?
पप्पू: ग़रीब आदमी हैं साहब साग दाल रोटी खाते हैं!
टी टी गुस्से में- तो हम क्या गोबर खाते हैं?
पप्पू: बड़े आदमी हो साहब खाते होगे।

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