मध्य प्रदेश के छातरपुर में रहने वाला महतो परिवार आम के एक पेड़ को बचाने के लिए अपनी 25 करोड़ की बिल्डिंग का पूरा नक्शा ही बदल दिया। इनके परिवार में यह पर 10 साल पहले उनकी मां ने लगाया था। यह परिवार इस पेड़ को अपने घर का एक सदस्य मानने लगे।
छतरपुर शहर के सर्किट हाउस तिराहे पर यह बील्डिंग लगा हुआ है। इस बिल्डिंग में दो शोरूम भी हैं। घर की छत को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि पेड़ को किसी भी तरह का कोई नुकसान ना पहुंचे और पेड़ को पार करते हुए, इस बिल्डिंग का सेकंड फ्लोर भी आराम से दिखाई देता है।
महतो परिवार ने अपने 25 करोड़ की बिल्डिंग के नक्शे में सिर्फ इसलिए संशोधन किया कि वह पेड़ को कोई नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते थे। लोग इस बिल्डिंग को देखकर बिल्डिंग के मालिक की तारीफ किए बिना नहीं रह पाते और एक बात यह भी है कि लोग इस कमाल को लेकर सवाल भी करते हैं।
मालती महतो के बेटे प्रशांत महतो ने बताया कि पेड़ कितने घर के अंदर हैं। ऊपर का हिस्सा छत से निकाला गया है। यह बिल्डिंग 3 फ्लोर की है। घर की छत को इस तरीके से डिजाइन किया गया है कि पेड़ को कोई नुकसान भी न पहुंचे और सेकंड फ्लोर तक आसानी से दिखाई दे।
जब घर की बिल्डिंग को बनाने में एक पेड़ का पूरा ख्याल रखा गया था प्रशांत महतो का कहना है। घर काफी पुराना हो चुका था और वह इस घर में एक कपड़े का शोरूम खोलना चाहते थे। शोरूम को बनाने के लिए पेड़ को काटने की बात हुई। हमने बिना पेड़ काटे 25 करोड़ के इस घर के नक्शे में ही संशोधन कर दिया। आज इस बिल्डिंग के अंदर कपड़े के दोस्त हो गए हैं और यह 3 फ्लोर का है।