पुराने समय में तो ऐसे बहुत सारे जीव जंतु पृथ्वी पर उपस्थित थे जोकि काफी विचित्र और विशाल थे। लेकिन समय के साथ सभी प्राणी लुप्त होते गए, लेकिन वैज्ञानिकों की खोज लगातार चलती रहती है। जिससे कि समय-समय पर पुराने समय के अनोखे जानवरों के जीवाश्म पाए जाते हैं। ऐसा ही एक बिच्छू के प्रजाति का जीवाश्म ऑस्ट्रेलिया में पाया गया है। जो काफी अनोखा है और वैज्ञानिकों के अनुसार यह जीवाश्म लगभग 25 करोड़ साल पुराना है।
जीवाश्म को रखा गया है म्यूजियम में-
बिच्छू की प्रजाति के इस जीवाश्म को क्वींसलैंड के म्यूजियम में रखा गया है। वुडवाडोप्टेरस फ्रीमैनोरम इस बिच्छू के प्रजाति का नाम है और इसे सामान्य भाषा में समुद्र शैतान भी कहा जाता है। वैज्ञानिकों के अनुसार यह बिच्छू केवल ताजा पानी में ही अपना जीवन व्यतीत करता है। इस जीवाश्म की लंबाई 1 मीटर बताई गई है। इस जीवाश्म को सबसे पहले 1990 में खोजा गया था। बिच्छू के इस जीवाश्म को सेंट्रल क्वींसलैंड में खोजा गया और इस पर लगातार रिसर्च जारी है। वैज्ञानिक इस पर लगातार शोध करते हुए, इसकी तुलना वर्तमान बिच्छू से कर रहे हैं।
ऐसे समाप्त हो गई यह प्रजाति –
क्वींसलैंड म्यूजियम में इस पर शोध किया जा रहा है। वहां के एक अधिकारी एंड्रयू रोजेफेल्डस ने इस प्रजाति को 25 करोड़ साल पुराना बताया है, उन्होंने इस प्रजाति पर काफी गहन अध्ययन किया है और उनका कहना है कि इस जीव की प्रजाति के बाद दुनिया में अनोखे जीव की प्रजातियां खत्म हो गई। यह पूरी दुनिया में अपनी तरह का सबसे अंतिम यूरिप्टेरिडा है। वैज्ञानिक अभी कई प्रश्नों के जवाब शोध के बाद ही दे सकते हैं। इस जीव पर रिसर्च लगातार जारी है और वैज्ञानिक अभी पता करने में लगे हुए हैं कि इस प्रजाति की और जीवाश्म किन किन जगह पर पाई जा सकती है।