किन्नर जिनका समाज में एक अलग जगह है। उनके प्रति लोगों का एक अलग नजरिया है। घर में जब कोई शुभ काम होता है तो किनर आपके घर में नाचते गाते हैं। यह उनका नाच गाना शुभ माना जाता है। ऐसे उन्हें समाज से अलग रखा जाता है। समाज में किन्नर को बिल्कुल भी पसंद नहीं किया जाता था उन्हें केवल घर के शुभ कार्यों के बाद नाच के लिए ही शुभ माना जाता था। अब धीरे-धीरे समाज परिवर्तन हो रहा है।
किन्नरों को भी अब समाज में उसी आत्म सम्मान से जीने की आजादी मिल गई है। भारत के कानून में भी किन्नर को लेकर एक विशेष कानून बनाया है। जिसके तहत वह अन्य लोगों की तरह अपने अधिकारों का प्रयोग करते हैं। हर क्षेत्र में अपने आप को साबित कर सकते हैं। जिस तरह से भारतीय संविधान ने उन्हें अधिकार दिया। ऐसे में किन्नर यानी के ट्रांसजेंडर अपनी क्षमताओं को लोगों तक दिखा रहे हैं।
ऐसे कई ट्रांसजेंडर हैं जिन्होंने अपने काम और अपनी प्रतिभा से लोगों को उनके काम का लोहा मनवाया है। कहा जाता है कि अगर ट्रांसजेंडर दुआ देते हैं तो वह आप पर खूब फलित होता है लेकिन अगर किसी को बद्दुआ दे देते हैं तो सच में उसकी जिंदगी तबाह हो जाती है। यदि आपको देखते हैं या फिर आपके किसी उत्सव समारोह में आते हैं तो उन्हें खुशी खुशी विदा करना चाहिए और जाते वक्त उनसे दो शब्द बोलना आपकी सोई किस्मत जाग जाएगी। यानी जब वो आपके घर से जाने लगे तो जाते वक्त उनसे यह दो बातें कहे ताकि उनका दिल खुश हो जाए।
किन्नर जब जाने लगे तो उनसे कहें और ‘आइएगा’ इससे अपनी संपत्ति में बढ़ोतरी होने लगती है और धन में 2 गुना लाभ होता है। सोई किस्मत जाग जाती है और अगर किन्नरों का भाव आपके प्रति सच्चा हुआ तो फिर वह दिल खोल कर आपको दुआ देते हैं। उनकी दुआओं का असर बहुत देर लगता है कहते हैं वह भगवान से सीधे जुड़े होते हैं। ऐसे में उनकी कहीं बातें तुरंत असर करती हैं।