महिला सशक्तिकरण की बात की जाए तो आज महिलाओं को आप हर क्षेत्र में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हुए देखेंगे। वह अपनी कामयाबी का परचम भी लहराती हैं। आज के समय में कोई भी ऐसा काम नहीं है जो महिलाएं करने में अक्षम है। ग्रामीण इलाकों की अगर बात की जाए तो महिलाएं घर के काम के साथ खेती-बाड़ी का भी काम बखूबी देखती हैं।
महिलाओं के लिए एक मिसाल
गुजरात के नवसारी जिले से ताल्लुक रखने वाली लक्ष्मी पटेल जिन्होंने 51 साल की उम्र में खेती करने का फैसला लिया और अब वह एक्सपर्ट हो चुकी हैं। खेती में नए-नए प्रयोग कर लाखों मुनाफा कमा रहे हैं। ऑर्गेनिक फार्मिंग के लिए लक्ष्मी पटेल को जाना जाता है और उनके सालाना कमाई 15 लाख रुपए तक है। लक्ष्मी अपने गांव के अन्य महिलाओं को भी ऑर्गेनिक फार्मिंग का गुण सिखाती हैं।
खेती की ट्रेनिंग दी विश्वविद्यालय से
लक्ष्मी पटेल के पति दुबई में नौकरी करते हैं। शादी करने कै कोई दिन बाद वह वापस अपने काम पर लौट गए। लक्ष्मी गांव में रहकर खेती-बाड़ी में अपने सास-ससुर की मदद करती थी। परंपरागत तरीके से खेती में फायदा ना मिलने से लक्ष्मी पटेल ने गुर सीखने के लिए नवसारी कृषि विश्वविद्यालय से संपर्क किया। जहां उन्हें आधुनिक खेती के तरीके में विस्तार से जानकारी मिली है। लक्ष्मी खुद का जमीन चाहती थी और उन्होंने 10 बीघा जमीन खरीदा।
आम के बगीचे से शुरू की। लक्ष्मी के पति दुबई से वापस लौट कर पत्नी के साथ मिलकर में आम के पेड़ लगाने शुरू किए। यह लक्ष्मी के लिए बिल्कुल नया था लेकर आम की खेती में सफलता मिल गई। इसके बाद उनका हौसला और फिर बढ़ गया और उन्होंने अन्य फसल उगाने के नए तरीके सीखे।
लक्ष्मी आज लोगों के लिए एक मिसाल बनी है। उनके फैसले ने उन्हें मदद की, मजदूर व्यापार भी चला रही हैं। लक्ष्मी को वर्कशॉप के लिए भी विश्वविद्यालयों में बुलाया जाता है ताकि वह अपने एक्सपीरियंस लोगों के साथ शेयर कर सकें।