पृथ्वी पर जिस तरह से इंसानों का राज चल रहा है इंसान उसी तरह अब मंगल ग्रह पर भी बसना चाह रहे हैं और इसी के ऊपर वैज्ञानिक एक के बाद एक रिसर्च करते रहते हैं, उनकी भी कोशिश है कि जल्द ही वह मंगल ग्रह पर पहुंच जाएं और वहां भी लोग रहने लगे। इसी पर कभी नासा तो कभी इसरो मंगल के विषय में एक-एक जानकारियां हासिल करने में लगे हुए हैं।
उनका मुख्य कारण है कि वह जल्द ही मंगल ग्रह पर भी इंसानों के जीवित रहने संबंधी जलवायु, वातावरण और आवश्यक वस्तुएं का पता लगा रहे हैं। देखा जाए तो चंद्रमा पर पानी तो जरूर है लेकिन इंसानों के रहने लायक बिल्कुल नहीं है। इसका सबसे बड़ा कारण है। चंद्रमा सूर्य से काफी ज्यादा नजदीक है जिसके कारण वह ज्यादा गर्म रहता है। वही मंगल ग्रह सूर्य से दूर होने के कारण रहने लायक हो सकता है।
वैज्ञानिकों का दावा है कि कि वह जल्द ही मंगल ग्रह पर सब्जियां उगा लेंगे और वह जल्द ही इंसानों के रहने लायक स्थिति का पता लगा लेंगे। वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि मंगल ग्रह की धरती पर कोई ना कोई सूक्ष्मजीव रहता है। मंगल पृथ्वी से 5 करोड़ 46 लाख किलोमीटर दूर है और इस मंगल की धरती पर इंसान रह सकते हैं। ऐसा दावा वैज्ञानिकों का है इसी कारण चीन, रूस, ब्रिटेन, अमेरिका के साथ भारत भी मंगल ग्रह पर तेजी से रिसर्च कर रहे हैं क्योंकि सभी को पता है जो मंगल ग्रह पर सबसे पहले पहुंचेगा वही देश मंगल ग्रह पर राज करेगा।
मंगल ग्रह पर लगभग 30 से भी ज्यादा मिशन भेजे जा चुके हैं। यूरोप का तो एक मिशन मंगल ग्रह पर उतरने के ठीक पहले ही क्षतिग्रस्त हो गया बाद में पता चला कि कैलकुलेशन की मामूली गड़बड़ी की वजह से यान का रफ्तार कम करने वाला स्टेप वक्त आधा सेकंड पहले ही बंद हो गया, जिसके कारण यह दुर्घटना हो गया। वहीं रूस ने भी एक कमीशन भेजा था जो सतह पर 14 सेकंड पहले ही उतरने के पहले उसका संपर्क टूट गया। दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क की कोशिश है कि मंगल पर इंसानों की बस्ती बसे। जिसके पीछे उन्होंने एक ऐसा यंत्र बना रहे हैं, जिसमें लगभग 25 से 30 दिनों में मंगल ग्रह पर पहुंचा जा सकेगा।