टांगा चलाने वाला व्यक्ति बना 2000 करोड़ का मालिक और आज दुनिया को कहा अलविदा.
मसालों की दुनिया के शरताज कहे जाने वाले महाशय धर्मपाल गुलाटी का निधन (MDH Owner Death) हो गया है। 98 साल के गुलाटी अपने मसालों का विज्ञापन भी खुद ही करते थे। पाकिस्तान के सियालकोट से बंटवारे के बाद भारत आने वाले गुलाटी को काफी मुसीबत का सामना करना पड़ा था। 1500 रुपये लेकर भारत आए गुलाटी ने करोड़ों का कारोबार शुरू किया। और आज उनके पास 2000 करोड़ की संपत्ति है ।
बोर्ड मीटिंग लाफ्टर क्लास लगवाने वाले गुलाटी Dharampal Gulati का उनके कर्मचारियों के प्रति रवैया शानदार रहता था। 98 साल की उम्र में उनके पास पद्मभूषण भी था और लक्ष्मी भी। और अपना दुनिया में नाम कमाए और उनकी इस jurney काफी शानदार रहा ।
कौन है महाशय धर्मपाल गुलाटी कैसा रहा उनका जीवन ।
पाकिस्तान में 1923 में पैदा हुए थे गुलाटी इनके पिता का नाम महाशय चुन्नीलाल और माता का नाम चानन देवी था। वह पाकिस्तान के सियालकोट में 27 मार्च 1923 को पैदा हुए थे। 1933 में उन्होंने 5वीं के बाद स्कूल की पढ़ाई छोड़ दी थी।गुलाटी ने दिल्ली में ही अजमल खान रोड, करोल बाग में एक दुकान खरीदी और अपने परिवार के मसाले का बिजनेस शुरू किया और महाशियन दि हट्टी MDH के नाम से मसाले के कारोबार में चार चांद लगा दिए। और आगे चल के 1959 में दिल्ली में पहली फैक्ट्री बनाई ।गुलाटी ने पहली फैक्ट्री 1959 में दिल्ली के कीर्तिनगर में लगाई थी। लंदन में भी धर्मपाल का ऑफिस है। आज 100 से ज्यादा देशों में एमडीएच मसालों की सप्लाई होती है।
सिर्फ 1500 रुपये से शुरू किया बिजनस 2000 करोड़ रुपये तक पहुंचा दिया। विज्ञापन में आने वाले धरमपाल दुनिया के सबसे अधिक उम्र के स्टार के रूप में जाने जाते थे। एक प्रेरणादायक जीवन महाशय जी ने सिद्ध कर दिया कि दृढ़ निश्चय और कठोर परिश्रम के बाल पर कुछ भी हासिल किया जा सकता है
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