हमारे भारत में अक्सर आप सभी ने देखा है कि रिश्तेदार जब घर से वापस जाते है तो जाते वक्त पैसे देते हुए देखे जाते है। बचपन में हम सभी के साथ ऐसा हुआ है जब रिश्तेदार आए हो घर पर और जाते समय पैसे दिए हो। अगर पैसे नहीं भी लिया जाता है तो जबरदस्ती पकड़ाते हुए देते है, लेकिन क्या इस प्रक्रिया के साथ आपने कभी यह देखा है कि ऐसा करते वक्त आपस में ही कोई लड़ जाए, तो शायद ही किसी ने देखा हो, लेकिन सोशल मीडिया जैसे दुनिया में ऐसे भी वीडियो आपको देखने को मिल जाएंगे, जो आपके सोच से परे होते है।
ऐसा ही एक वीडियो देखने को मिला है जिसे देखने के बाद लोग अपनी हंसी नहीं रोक पा रहे है। इस मजेदार से वीडियो में देखेंगे रिश्तेदार जैसे ही जाने लगते है तो अपने हाथ से जबरदस्ती कुछ पैसे देने लगते है। लेकिन बुजुर्ग महिला लेने से इनकार करके वापस लौटा देती है, तो आपस में ही दोनों लड़ जाते है।
दो रिश्तेदार पैसों के लिए आपस में लड़े
सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी तेजी से देखा जा रहा है, जिसमें घर के रिश्तेदार आपस में ही लड़ जाते है और लड़ने का कारण है शगुन के पैसे, जैसा कि आप देख सकते है पहले घर के बाहर कुछ लोग निकलते है और जाते वक्त एक बुजुर्ग महिला को शगुन के रूप में पैसे देते है, लेकिन वह लेने से इनकार कर देती है।
इसी दौरान एक आदमी उसे जबरदस्ती रखने को कहता है लेकिन वह महिला फिर भी नहीं मानती और पैसे वापस लौटा देती है, लेकिन फिर वापस वो आदमी आता है और उसे पैसे देने की कोशिश कर रहा है और बाकी सब वहां खड़े होकर इसे देख रहे है।
सोशल मीडिया पर छाया वीडियो
सोशल मीडिया पर यह घटना जमकर छा गया है, जिसे लोग तेजी से देख रहे है। जब से यह वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया गया है तेजी से छाया हुआ है। इस वीडियो को सुनील सपेरा नाम के यूजर ने शेयर किया है और कैप्शन में बताया कि आखिर रिश्तेदारों में ऐसा क्यों होता है।
उन्होंने कैप्शन में लिखा, जब आप भारत में रिश्तेदारों से मिलने जाते है तो बुजुर्ग आपको आशीर्वाद के रूप में पैसे देते है और आमतौर पर अब गेट से निकलते समय इस पर लंबी बातचीत देखेंगे। एक दिल्ली वाला पंजाबी होने के अपने फायदे है। मैं इसे बहुत मिस करता हूं।
यह वीडियो काफी तेजी से वायरल होने लगा है और लोग इसे देखकर खूब मजे ले रहे है।
Growth Partner, Board Member, CRO, Investor – Cybersecurity, MSSP, Privacy, IDAM startups II Poet & Author – Faqeera Chal Chala Chal® II Coach, Master Reiki Healer II
When you visit the relatives in India, the elders give you some money/ gifts as their blessings. And usually you will see a long discussion and negotiation at the gate while leaving ( sometimes, longer than the visit itself 😀 ). You not accepting vs. elders insisting. (Watch this real life Punjabi family video to know what I mean.) Being a quintessential Dilliwala Punjabi has it’s perks. How much I miss it now. 😁 CAUTION – Please don’t miss the serious message of the post in the humor of this video. इतना carry away भी ना हो जाना. 😆 When I was young(er), I never liked it. At times, I got irritated and left that money/ gift, somewhere in their house, despite Jyoti Sapra ( my life coach and better half) advising me against it, always. I would later call them to tell about it AND…….did they feel hurt, धरम से !!! 😱 I am sure I am not the only one who behaved this way. There must be a “Bloated ego idiots who think they are too smart” tribe of my ilk somewhere. 😅 You know the problem? Problem was – They were right. And, I was right in my own way. None of us was wrong. #faqeerism – The fight between right and wrong is always easy. It is the fight between right and right, that’s difficult. क्या बात कह दी फ़क़ीरा, fan हो गया मैं आपका 😮 Million dollar #faqeerism – Water on it’s own is considered pure. Milk on it’s own is considered pure. But mix a bit of water in milk or milk in water, do you still call it pure? No lah… It becomes impure… 👌 आज हो क्या रहा है Faqeera Zone में, धरम से 😆. As I grew older, I understood it was their way of giving me love and respect. All I had to do was take it gracefully, touch it with my forehead, touch their feet, accept the respect and give respect in return. Simple !! #faqeerism – When someone is giving you love, respect and blessings, take it. हर बात में चौधरी बनने की ज़रूरत नहीं है. 🙏 जो बात आपको समझ ना आए, ज़रूरी नहीं वो गलत ही हो. 🫵 Since then, I have made it point to ALWAYS accept any gift that someone offers me. ( As long as it is not a bribe or favor). #faqeerism – भाव ( Feeling) is important, भाव ( price) is not. And I DO NOT feel obligated to give a return gift or pay it back. Then I am converting the respect into a transaction. Nope, I am not gonna do it. I do give gifts to people, things that I like, things that I know that they like but NEVER as a return gift or expecting something in return. The people who I receive gifts from or the people I give gifts to, may or may not be same. Doesn’t matter to me !!! Since it is #poeticsunday, here is #chalfaqeera on this – जब भाव की बात हो ना फ़क़ीरा, तो सिर्फ़ भाव ( feelings) देखो. ना भाव ( ego) खाओ, ना भाव ( transaction) तोलो. 😀 Thanks Parshav Jain for the video and making me redo this post. 🤟 #chalfaqeera , #poeticsunday