चीनी वैज्ञानिकों के जानवरों पर रिसर्च के आरोप लगते रहते हैं। लेकिन अमेरिकी वैज्ञानिकों ने फिर जानवरों के साथ क्रूर रिसर्च की सारी हदें पार कर दी हैं। अमेरिका के प्रतिष्ठित वैज्ञानिक विशेषज्ञ डॉक्टर एंथनी फाउची ने छोटे-छोटे कुत्तों के ऊपर एक बेहद ही क्रूर रिसर्च किया है। जिसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है।
एंथनी के ऊपर चीन के वुहान लैब को आर्थिक मदद देने का आरोप लगा था। जहां से कोरोना वायरस उत्पन्न होने की आशंका कई वैज्ञानिकों ने जताई है।
डॉ एंथनी की क्रूरता
एंथनी ने जानवरों पर किए गए क्रूर रिसर्च और टैक्सपेयर्स के पैसों को गलत जगह पर इस्तेमाल करने के लिए कड़ी निंदा भी की जा रही है।रिपोर्ट की माने तो डॉक्टर एंथनी ने जानवरों के साथ बेहद ही क्रूर विवाद किया। प्रयोगशाला में पैरों में छोटे छोटे कुत्ते को बंद करके रखा गया और उनके ऊपर काटने वाली मक्खियों को छोड़ दिया गया, ताकि मक्खियां उन कुत्तों को जिंदा खा सकें। इस रिसर्च के अलावा कुछ तस्वीरें सार्वजनिक की गई है। जिसमें पिंजरे में बंद कुत्तों को पहले गूंगा कर दिया गया और फिर उन्हें कैद दिया गया। जो बेहद ही दर्दनाक है इसे कुत्तों की मौत भी हो गई।
प्रयोगशाला में क्रूरता की हदें पार
रिपोर्ट के अनुसार एंथनी के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एनर्जी एंड इनफेक्शियस डिजीज द्वारा वित्त पोषित सबसे ज्यादा परेशान वाली घटनाओं में से एक ट्यूनीशिया अनुसंधान प्रयोगशाला को दिए गए। 375 000 $ की रिसर्च थी।
जहां कुत्ते के बच्चों के ऊपर रेत में रहने वाले जंगली मक्खियों को छोड़ दिया गया और यह रिसर्च क्यों किया गया। कि जब मक्खियां कुत्तों को खाएं तो उनके ऊपर क्या प्रभाव पड़ता है। यह काफी खौफनाक था।इससे उन कुत्ते की मौत भी हो गई।