अमेरिका में कोरोनावायरस के डेल्टा वेरिएंट का कहर बढ़ता ही जा रहा है और यहां के अस्पतालों की भी स्थिति भारत जैसी ही हो गई है। अमेरिका के अस्पतालों में ऑक्सीजन की भारी कमी बताई जा रही है तो वहीं दक्षिणी हिस्से में अस्पतालों की हालत बद से बदतर हो गई है। क्योंकि इसी क्षेत्र में कोरोनावायरस के मामले आ रहे हैं। जिन्होंने वैक्सीन नहीं लगवाई है। अभी तक लाखों अमेरिकी लोग कोरोनावायरस के चपेट में आ गए हैं।
रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका के दक्षिणी राज्य फ्लोरिडा, साउथ कैरोलिना, टैक्सास जैसे इलाकों में ऑक्सीजन की भारी कमी हो गई है। इन राज्यों में कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण यहां ऑक्सीजन की डिमांड बहुत ज्यादा हो गई है।
फेफड़े हो रहे हैं खराब डेल्टा वेरिएंट की वजह से
अस्पतालों में ऑक्सीजन की भारी मांग की वजह से सप्लाई में भी कमी आ गई है। जहां आमतौर पर ऑक्सीजन की सप्लाई टैंक के 90 फ़ीसदी आने पर की जाती थी। लेकिन अब 30 से 40 तक आने पर 10 को भरा जा रहा है। डेल्टा वेरिएंट की वजह से लोगों के फेफड़े खराब हो रहे हैं। जिससे कई मरीजों की मौत भी हो चुकी है और मरने वालों का दर बढ़ता ही जा रहा है।
दुनिया भर में कोरोनावायरस की बात की जाए तो इस मामले में 21.6 3 करोड़ लोग अब तक कोरोनावायरस की चपेट में आ चुके हैं। वहीं 5.19 अरब से ज्यादा लोगों का टीकाकरण हो चुका है। सीएसएसआई के अनुसार दुनिया के सबसे अधिक मामलों और मौतों की संख्या 38, 79,6,236 और 63,7,525 के साथ अमेरिका सबसे अधिक प्रभावित देश बना हुआ है। कोरोना के होते हुए भी लोग बहुत ज्यादा लापरवाही कर रहे हैं। इसी कारण इसे दर बढ़ती ही जा रही है।