करोड़ों रुपए की मूर्तियों को परिवार वाले समझ रहे थे कूड़ा… घर से फेंकने की कर रहे थे तैयारी और तभी

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घर में अक्सर लोग छोटे सा बगीचा बना ही लेते हैं। ऐसा ही एक बगीचा था, ब्रिटेन के एक परिवार के पुराने घर में और उस बगीचे में कुछ मूर्तियां थी। जो देखने में ही काफी पुरानी प्रतीत होती थी। उस परिवार ने कुछ समय पहले ही नए घर में रहने का सोचा जब वह सारा सामान पैक कर रहे थे तो उनके सामने बड़ी समस्या हुई, उन मूर्तियों को लेकर, आखिर उन मूर्तियों का क्या किया जाए। कुछ दिनों बाद यह मामला सामने आया कि परिवार वालों की किस्मत ही बदल गए।

मूर्ति से चाहते थे आजादी
Metro.uk की रिपोर्ट के अनुसार परिवार वाले बगीचे में रखी मूर्तियों को बिल्कुल पसंद नहीं करते थे और ना ही उसका कभी देखरेख करते थे। वक्त बीतने के साथ ही मूर्तियों पर धूल पड़ने के साथ ही उसमें क्षति भी होने लगी थी, लेकिन घर से जाते वक्त परिवार के सभी लोगों से छुटकारा पाने के लिए उसे बेचने की सोच रहे थे और कई लोगों से उसका जिक्र भी किया।

मूर्तियों की हुई नीलामी
परिवार वालों को मूर्तियों की कीमत की कोई भी जानकारी नहीं थी। बस वह उस मूर्ति से छुटकारा चाहते थे इसलिए उन्होंने कई लोगों से जब इसके विषय में बात की तो, कुछ ही दिन बाद मूर्तियों की बात होने लगी। जब उन मूर्तियों की कीमत बहुत ज्यादा लगी। तब परिवार वाले दंग हो गए और तब उन्होंने उस मूर्तियों की पड़ताल शुरू की।

मिस्र कलाकृति की निकली प्राचीन मूर्ति
जांच में परिणाम यह आया कि यह मूर्तियां 5000 साल पुरानी प्राचीन मिस्र की कलाकृति हैं और जिनकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों रुपए है। बस परिवार वालों की लापरवाही से यह मूर्तियां धूल खा रही थी। शुरू की नीलामी में मूर्तियों की कीमत 1 लाख पाउंड लगाई गई थी लेकिन जब परिवार में थोड़ा सब्र किया तो आखिरी बोली 1.95 लाख पाउंड लगी और अगर इसे भारत के हिसाब से देखा जाए तो 2 करोड़ रुपए के आसपास की कीमत लगी मूर्तियों की।

सजावट के तौर पर खरीदा गया
अॉक्शनर जेम्स मंदर ने बताया कि उनको एक परिवार का फोन आया था। जो अपने बगीचे में पड़ी कुछ मूर्तियों को बेचना चाहते थे। जिनके विषय में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी। कई साल पहले उन्होंने इसे सजावट के तौर पर खरीदा था, लेकिन उसकी हिफाजत नहीं करने की वजह से अच्छा दाम मिल तो गया लेकिन अगर हिफाजत हुई होती तो और भी अच्छा दाम मिलता, लेकिन परिवार वाले इससे भी खुश हैं।

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