इस सामान्य दुनिया में या फिर हिंदी सिनेमा जगत की बात की जाए तो हर समय स्किंन कलर को लेकर भेदभाव होता ही है। ऐसा अक्सर होता ही है कि लोग स्किंन कलर को लेकर ताना मारते हैं। इन कलर को लेकर कुछ लोग सुनते भी हैं। हमारे भारतीय समाज में तो अक्सर ही गोरे लोगों को ही सुंदर माना जाता है और बताया जाता है।
कई बार देखा होगा कि आपने हिंदी सिनेमा जगत में कई लड़कियों को सिर्फ इसलिए काम नहीं दिया जाता क्योंकि उसकी स्क्रीन का कलर काला आता है। लेकिन हमारे भारत देश में ही नहीं लगभग हर जगह स्किंन कलर को लेकर भेदभाव किया जाता है। हमने कई बार सुना है कि रंग सावला होने के कारण काम नहीं मिला है।
लेकिन कभी आपने यह सुना कि ज्यादा गोरा होने के वजह से हिंदी सिनेमा जगत में काम ना मिला हो। लेकिन यह बात सच है यह जानी-मानी अभिनेत्री और टीवी पर फेमस शो भाभी जी घर पर हैं कि गोरी भाभी यानी कि सौम्या टंडन ने बताया।
सौम्या टंडन ने एक इंटरव्यू के दौरान खुद इस बात का खुलासा किया कि कैसे उनका गोरा होना मुसीबत बन गया था। जानकारी के अनुसार सौम्या ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि किसी इंटरनेशनल प्रोजेक्ट में भारतीय महिला का किरदार निभाने के लिए ऑडिशन देने गई थी। जब सौम्या ऑडिशन दे रही थी तो देखा गया कि वह हद से ज्यादा गोरी हैं।
लेकिन वह एक भारतीय ही है तो अभिनेत्री को यह टदेने से साफ तौर पर मना कर दिया गया और मना करते हुए उन लोगों का कहना था कि हम एक इंडियन लड़कियों को इतना गोरा नहीं दिखा सकते है।
सौम्या ने बताया कि मुझे इस बात पर विश्वास नहीं हुआ कि एक भारतीय वेस्टर्न कंट्री में इतनी गोरी नहीं माना जाता। उनके हिसाब से भारतीयों का रंग सांवला ही होता है। भारतीयों की सोच पर एक्ट्रेस ने आगे बात करते हुए कहा कि भारत में लोगों का मानना है कि केवल कोरे स्किन वाली लड़कियां खूबसूरत होती हैं।
लेकिन ऐसा सभी कलर खूबसूरत है। विदेश में लोगों को इस बात की जानकारी नहीं है कि भारत के पंजाब, हरियाणा और कश्मीर इन सभी जगह पर ज्यादातर लड़कियों की स्किन का कलर गोरा होता है। सौम्या ने अपने कैरियर के साथ 2015 में भाभी जी घर पर हैं सीरियल से किया था। 5 साल तक सीरियल में अनीता का किरदार निभाने के बाद उन्होंने 2020 में शो को छोड़ दिया।