रिश्तों में प्यार और विश्वास ही रिश्ते को मजबूत बनाता है और अगर रिश्ते में एक दूसरे के प्रति आदर हो तो फिर यह रिश्ता बड़ा ही मजबूत हो जाता है और अगर इन तीनों में कुछ भी कम हो तो इस रिश्ते को लेकर जीवन चलाना बड़ा ही भारी हो जाता है। हम सभी अब बहुत आगे निकल गए हैं। जहां शादी के लिए पहले जात पात देखा जाता था, धर्म देखा जाता था लेकिन अब ऐसा कुछ नहीं है। आज अलग-अलग धर्म के लोग अलग-अलग रीति-रिवाजों के अनुसार शादी करते हैं और एक साथ खुश भी रहते हैं ऐसा ही एक शादी हुआ है फिल्म स्टार
करीना कपूर और सैफ अली खान का, जो अलग-अलग धर्मों से ताल्लुक रखने के बावजूद भी एक अच्छे लाइफ पार्टनर साबित हुए हैं।
करीना और सैफ अली न निकाह की और न सात फेरे लिए, उन्होंने कोर्ट मैरिज की थी। जिसे वे अपना और दोनों धर्मों का सम्मान बरकरार रखने में कायम रहे। कोर्ट मैरिज के बाद दोनों ने एक दूसरे को अंगूठी पहनाई और ग्रैंड रिसेप्शन दिया था। करीना ने अपने बेहद ही खास दोस्त मनीष मल्होत्रा से इस बात का खुलासा किया था।
रणधीर कपूर ने भी अपनी बेटी और दामाद के लिए लोगों से रिक्वेस्ट किया था कि वह शुभकामनाएं दें और यह भी कहा कि दोनों बिना परिवर्तन के शादी कर रहे हैं तो यह उनके लिए बेहद खुशी की बात है।
करीना सैफ ने जिस तरह से अपनी शादी को संपन्न किया है। वह एक अच्छी मिसाल है, दो धर्मों के बीच बंधन के लिए, किसी भी धर्म को कोई ठेस पहुंचाए बिना यह पवित्र रिश्ता बन जाता है। आज सैफ और करीना के दो बच्चे भी हैं और दोनों की अगर बात की जाए तो वह दोनों अपनी लाइफ में काफी खुश भी हैं। करीना और सैफ के बीच 10 साल की उम्र का अंतर है लेकिन इस अंतर का कोई प्रभाव नहीं पड़ता। जब उन दोनों की सोच एक समान हो दोनों ही एक दूसरे के धर्म का खूब सम्मान करते हैं और एक दूसरे के त्योहारों पर खूब इंजॉय भी करते हैं।सच्चे रिश्ते की यही पहचान ही होती है।