2021 कोरोनावायरस की दूसरी लहर के बीच लोगों ने कई अहम घटनाओं को देखा था। जिसे वह अपने पूरे जीवन में भुला नहीं पाएंगे। सोशल मीडिया पर भी इस दौरान कई ऐसी तस्वीरें वायरल हुई। जिसमें से कुछ भावुक कर देने वाली थी, तो कुछ जिंदगी की बड़ी सीख भी दे गए हैं। 2021 को याद रखने के लिए कुछ तस्वीरों के बारे में भी जानते हैं जो इस साल को भूलने नहीं देगी-
अमेरिकी विमान में 600 अफगानी_
अमेरिकी सेना के अफगान से हटते ही इस साल अगस्त महीने में उग्रवादी समूह तालिबान ने देश पर कब्जा कर लिया। तालिबानी हुकूमत के बाद लोगों में दहशत फैली और लोग अफगानिस्तान छोड़कर भागने पर मजबूर हो गए। इस माहौल को लेकर दुनिया में कई देशों ने निंदा तो की लेकिन तालिबानियों पर लगाम लगाने के लिए किसी ने कोई कार्यवाही नहीं की, तो वहां के नागरिकों को मजबूर होना पड़ा।
देश छोड़ने को काबूल से ऐसी कई तस्वीरें सामने आई, जो खौफ को तो बयां करती ही हैं। जिसमें से एक तस्वीर थी जिसमें 130 लोगों की बैठने की क्षमता वाली अमेरिकी एयर फोर्स के सी- 17 ग्लोबमास्टर विमान में 640 लोग भरे नजर आए। इस तस्वीर को देखकर आप अंदाजा लगा पाएंगे कि लोग तालिबानी चंगुल में जाने से बेहतर अपने देश को छोड़ना पसंद कर रहे हैं उनके अंदर इन्हें लेकर कितने तक दिख रहे हैं क्या तस्वीर बयां करती है।
जब नन के आगे झुकी सेना ने
म्यांमार में सेना ने एक फरवरी 2021 को तख्तापलट कर दिया जिसके बाद देश की जनता सड़क पर उतर कर विरोध करने लगी थी और इसी में हल्का पाता आर्मी पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प की। खबरें सामने आ रही थी ऐसे में म्यित्चीना शहर से एक ऐसा नजारा सामने आया, जिसे देखते ही सबके दिल दहल गए।
आप देखेंगे कि सामने से आर्मी पुलिस हथियार लिए खड़ी हो पीछे देश के लोकतंत्र पर हमले का विरोध करने वाले लोग, इसी बीच एक नन सिस्टर एन रोज नू घुटनों के बल बैठ गई। जिसके बाद सेना और पुलिस से कहा चाहो तो मुझे गोली मार दो, लेकिन बच्चों और निर्दोष लोगों को बक्श दो फिर क्या इतना सुनते सेना और पुलिस उनके हाथ जोड़कर खड़ी हो गई।
इत्तेफाक से इंटरनेशनल वूमंस डे के दिल्ली के सिस्टर इन रोज की यह तस्वीर एक मिसाल बन कर उभरी सिस्टर रोज की तस्वीर दुनिया में छाई और लोग उनके साहस की खूब तारीफ की।
बड़े दिलवाले कोहली-
भारत-पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच को किसी जंग से कम नहीं आका जाता है। इस खेल में न जाने कितने खिलाड़ियों की कैरियर दांव पर लगे होते हैं। t20 वर्ल्ड कप में भारत पहली बार रहा है।
ऐसे में टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान को गले लगाकर सनसनी मचा दी। सोशल मीडिया पर यह खबर तरफ फैला। एक सपोर्टर्स में स्पिरिट के लिहाज से बेहद खूबसूरत थी यह तस्वीर, लेकिन क्रिकेट प्रेमियों को यह खुल गया। सोशल मीडिया पर विराट कोहली को निशाने पर बनाने लगे।
कई यूजर्स तो इस हद भड़के हुए थे उन्होंने उनकी तुलना नवजोत सिंह सिद्धू के पाकिस्तानी सेना प्रमुख बाजवा को गले लगाने वाली तस्वीर से तुलना कर दी। यह दौर कोहली के लिए काफी दर्द भर
बेटे को मां का सेल्यूट
आज के समय में जैसी एक ही विभाग में मां बेटे पिता बेटा काम करते हैं वैसे ही पुलिस विभाग में एक बेटा अफसर बना तो उसकी मां जो एक एएसआई है, उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने अपने डीएसपी बने बेटे को को सैल्यूट किया। मां के सैल्यूट के जवाब में बेटे ने भी उन्हें सैलूट में ही दिया। वैसे डीएसपी अफसर बना बेटा मां की वजह से ही इस काबिल बना कि आज उसकी माही उसे सैल्यूट कर उसकी तारीफ कर रही हैं।
चेन्नई की लेडी सिंघम
इस साल नवंबर मैं चेन्नई में काफी कुछ खोया, कुछ के छत से चढ़ गई तू उसने अपनों को खो दिया कई इलाकों में इतनी बार आए कि वहां पर लोगों का घर पानी से भरा और चारों तरफ हाहाकार मच गया इसी बीच लेडी सिंघम इंस्पेक्टर राजेश्वरी का वीडियो देशभर में वायरल हुआ। जिसमें उन्होंने अपने दोस्त को दिखाया, इस्पेक्टर राजेश्वरी ने डीपी चित्रम इलाके में मौजूद कब्रिस्तान में जब एक शख्स को दुख में अपने कंधे पर लादकर दौड़ते हुए, एक ऑटो में बिठाया अस्पताल पहुंचाया जा सके स्पेक्टर की यह तस्वीर लोगों को खूब पसंद आई उन्होंने अपने फर्ज का निस्वार्थ वाहन किया।
नंगे पांव पद्मश्री लेने पहुंची महिला
देश का सर्वोच्च सम्मान देते वक्त हम ऐसे कई लोगों से रूबरू होते हैं। जिन्हें हमने पहले कभी नहीं देखा हो। ऐसे लोग गुमनामी में रहता अपना पूरा जीवन सेवा में लगा देते हैं ।कर्नाटक की पर्यावरणविद तुलसी गोड़ा जिन्हें नवंबर में पद्मश्री से सम्मानित किया गया।
इस दौरान उनकी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई जिसमें देखने के बाद लोगज्ञतुलसी घोड़ा की शादी के दीवाने हो गए और उनकी खूब प्रशंसा करने लगे। देश का सर्वोच्च सम्मान लेने राष्ट्रपति भवन पहुंची तो उनके बदन पर केवल एक पारंपरिक पोशाक दी और पांव नंगे थे। उनकी इस सादगी को देखकर प्रधानमंत्री मोदी ने भी उन्हें नमन किया था। इन्हें पौधे और जड़ी बूटियों की अलग-अलग प्रजातियों के ज्ञान के लिए जंगल की इनसाइक्लोपीडिया के रूप में भी जाना जाता है। इन्होंने 30000 से भी ज्यादा पौधे भी लगाए हैं।