कुत्तों से ज्यादा वफादार इस दुनिया में कोई नहीं है। इंसान जहां अब इंसानों से केवल अपने लाभ तक ही मतलब रखते हैं। वही बेजुबान जानवर कुत्ता अपने मालिक के लिए जान भी दे देता है, ठीक उसी प्रकार एक 12 साल की बच्ची ने अपनी एक पालतू कुत्ते के लिए अपना घर ही छोड़ दिया। बच्ची के माता-पिता ने इस कुत्ते को अपने घर में रखने से मना कर दिया तो बच्चे नाराज हो गई और बिना बताए ही धार से इंदौर चली आई।
दोपहर को जब गंगवाल बस स्टेशन के पास एक रोती हुई बच्ची को कांस्टेबल सुल्तान सिंह राणा और योगेश लश्करी ने देखा तो बच्ची से उन्होंने पूछताछ की तब बच्ची ने अपना नाम मोहिनी शर्मा बताया और वह छठी कक्षा में पढ़ती है। उसने अपना घर धार बताया इसके अलावा उसने अपने पिता का नाम बसंत शर्मा बताया। जब कांस्टेबल ने उनसे पूछा कि आप कैसे यहां पर तो बच्ची ने इसका कारण बताया कि वह मम्मी पापा की डांट की वजह से घर छोड़कर इंदौर आ गई है। बच्चे की गोद में एक छोटा सा लैब्राडोर कुत्ता भी था।
बच्ची को अकेला न छोड़कर कॉन्स्टेबल उसे अपने साथ थाने ले गए। बच्ची से मोबाइल नंबर जानकर परिजनों से बात की गई। बच्ची ने पुलिस वालों को बताया कि उसने गुल्लक तोड़कर ₹5000 में उस कुत्ते को खरीदा था, जो उसके साथ खेलता और मस्ती करता था लेकिन घर में परिजन रखने को तैयार नहीं थे।
उन्होंने इस प्यारे से कुत्ते को बाहर छोड़ दिया जो मुझे पसंद नहीं आया जिसके कारण मैंने इस कुत्ते के साथ घर से निकल गई।
परिजन इंदौर पहुंच कर पुलिस स्टेशन पहुंचे और उन्होंने अपनी बच्ची को अपने साथ घर ले आए। वही दोनों कॉन्स्टेबल के सूझबूझ के लिए एसपी महेश चंद जैन ने उन्हें ₹500-500 का इनाम दिया।