सामान्य प्रश्नोत्तरी: स्टेशन पर ट्रेन को रोकने के बाद भी उसके इंजन को बंद क्यों नहीं किया जाता है?

ऐसे बहुत से काम होते हैं या फिर वस्तु होती हैं जिन्हें हम जानते हैं और अक्सर देखते हैं लेकिन इसका हमें पूर्ण रूप से ज्ञान नहीं होता है। कुछ चीजें तो ऐसी होती जिन के विषय में हम सोचते भी हैं कि आखिर ये ऐसा कैसे हो सकता है। लेकिन हम फिर भी उस चीज पर ध्यान नहीं देते तो आज हम इस सेक्शन में ऐसे ही सामान्य ज्ञान के प्रश्नों के जवाब लाए हैं आपके लिए

सवाल
स्टेशन पर ट्रेन को रोकने के बाद भी उसके इंजन को बंद क्यों नहीं किया जाता है?
जवाब
खड़ी हुई ट्रेन की डीजल इंजन को स्टार्ट रखना ट्रेन के ड्राइवर के लिए एक मजबूरी का काम होता है और इसका कारण है ट्रेन में उपयोग किए जाने वाला डिजाइन। ट्रेन के डीजल का निर्माण इस प्रकार किया जाता है कि इससे थोड़े समय के लिए बंद करना संभव नहीं है। इसका सबसे पहला कारण ट्रेन के डीजल इंजन की जटिल संरचना है। यह इतना ज्यादा जटिल है कि स्टेशन पर रोके जाने के बाद भी सिंपल नहीं किया जा सकता।

जब लोको पायलट ट्रेन को रोकते हैं, तब ट्रेन के इंजन का ब्रेक प्रेशर इसके काबू में नहीं रहता है और यदि ट्रेन के इंजन को हर स्टेशन पर पूरी तरह बंद कर दे तो 15 को यह ब्रेक प्रेशर को बनाने में और समय लग जाएगा। इसके साथ ही ट्रेन के इंजन को बंद कर देने से यदि इसे फिर से स्टार्ट करना हुआ तो बड़ा मुश्किल हो जाता है, फिर इंजन को चालू करने में लगभग 20 मिनट का समय लगेगा। हर एक डीजल इंजन में एक बैटरी का इस्तेमाल किया जाता है और इन बैटरी को चार्ज रखने के लिए इंजन का चालू रहना बहुत जरूरी है। इंजन बंद कर देने से लोकोमोटिव सिस्टम के फेल होने का डर हो सकता है।

सवाल
यदि आप 1 वर्ष तक लगातार कुछ भी ना बोले तो क्या होगा?
जवाब
कई लोग केवल एक्सपेरिमेंट के लिए बहुत दिनों तक कुछ ना बोलने का प्रयास भी करते हैं। इन लोगों तथा वैज्ञानिक के अनुसार बोलने के लिए हमारे बॉडी में जो वोकल कार्ड्स होते हैं। जिनकी सहायता से हम बोलते हैं। यदि हम कई दिनों तक निरंतर कुछ ना बोले तो यह वोकल कार्ड्स श्रिंक हो जाएंगे।

जिस कारण यह पहले की तरह काम बिल्कुल भी नहीं करेंगे और यदि कोई व्यक्ति निरंतर 1 वर्षों तक ना बोले तो उसका वोकल कार्ड इतना श्रिंक हो जाएगा कि वह व्यक्ति लगभग गुंगे व्यक्ति के स्तर पर पहुंच जाएगा पर वह जब बोलना शुरू कर दे तो शायद पहले की तरह बोलने लगे।

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