आखिर क्या वजह थी जो ये लडकी बन गयी साधू, लिया भगवान श्री कृष्ण का नाम बनी लाखों के लिए आदर्श

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हमारे देश भारत संस्कृति, परंपरा और विभिन्न धर्मों का देश है। हमारे देश में मनुष्य कभी भी, कहीं भी, किसी भी धर्म को अपना सकता है। यही है हमारी देश की विशेषता वैसे तो आमतौर पर लोग जब बुजुर्ग होने लगते हैं। तब भगवान का नाम जपना शुरू कर देते हैं। “हरे राम हरे कृष्ण” लेकिन आज के समय में ऐसे भी कुछ लोग हैं, जो सांसारिक मोह माया को त्याग कर भगवान में लीन होना जीवन का सबसे उत्तम कार्य समझते हैं।

आइए आज आपको एक ऐसी ही लड़की से मिलाते हैं, जो मात्र 21 साल की उम्र से भगवान की भक्ति में लीन हो गई और सन्यास धारण कर लिया। जी हां हम बात कर रहे हैं, जया किशोरी कि जिनका जन्म राजस्थान के सुजानगढ़ में हुआ था। 21 साल की उम्र में इन्होंने घर – गृहस्थी, दुनिया – समाज, दोस्त – यार इन सभी का त्याग करके सन्यास धारण कर लिया। वैसे तो जया किशोरी बहुत ही रूपवान है, लेकिन उन्होंने सांसारिक मोह माया का त्याग करके प्रभु श्रीकृष्ण की भक्ति में लीन होना उचित समझा। Jaya Kishori Age, Wiki, Husband Name, Marriage, Fees, Net Worth: 5 such  things that humans should leave today, know what says Jaya Kishori » Rojgar  Samachar | Govt Jobs News, University Exam

यह मात्र एक 21 वर्ष की आयु से भगवान श्री कृष्ण की भक्ति करने लगी और हम सब को भी भगवान श्री कृष्ण की अनगिनत लीलाओं से परिचित कराती रहती है।

आमतौर पर जया किशोरी की उम्र में लोग अपने भविष्य कैरियर और आने वाली अवसरों पर ध्यान देते हैं। पर जया किशोरी ने अपनी पढ़ाई लिखाई का त्याग किया और भगवान कृष्ण की भक्ति में अपना जीवन बिताने का निर्णय लिया। वह अपने साथ-साथ विश्व के सभी लोगों को भगवान श्री कृष्ण के भक्ति में शांति और सुख ढूंढने का मार्ग बताती हैं। Jaya Kishori bio Wiki Marriage Husband Family Fee Age Know what are terms  for Jaya Kishoris Marriage - जया किशोरी ने अपनी शादी के लिए रखी है क्या  शर्त? जानिये - Jansatta

जया किशोरी का मानना है कि ज्ञान की कोई सीमा नहीं होती और ना ही उसे प्राप्त करने की कोई उम्र इसलिए इंसान को जब मौका मिले तब ज्ञान बटोर लेना चाहिए। इसी सोच को आगे रखते हुए। भगवान की भक्ति करते हुए। जया किशोरी ने अपने बीकॉम की पढ़ाई पूरी की है। आज जया किशोरी लाखों लोगों के लिए आदर्श बन चुकी है और भगवान श्री कृष्ण की भक्ति को सर्वोत्तम मानते हैं। “जय श्री कृष्णा”।

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