2022 का जोरदार स्वागत लोग कर ही रहे हैं, लेकिन कोरोना महामारी का खतरा एक बार फिर से बढ़ गया है। जिसने 2022 की शुरुआत में ही डर बना दिया है। 2022 में कुछ बदलाव आए हैं, जो आम आदमी की जेब पर असर डालने वाले हैं। 1 जनवरी 2022 से एटीएम से पैसे निकालना महंगा हो गया है इसके साथ ही जीएसटी को लेकर भी कुछ बदलाव किए गए हैं। वही आपको जूते चप्पल पहने महंगें पड़ेंगे क्योंकि इनके पहले के दाम में बढ़ोतरी की जाएगी।
देश के ग्राहकों के लिए एटीएम से ट्रांजैक्शन करना अब महंगा ही पड़ेगा क्योंकि आरबीआई ने एटीएम से फ्री ट्रांजैक्शन के बाद कैश निकासी पर लगने वाले चार्ज को बढ़ाने की मंजूरी दे दी है। जिसे बैंक एक जनवरी 2022 से पहले तक एटीएम से ₹20 प्रति ट्रांजैक्शन का चार्ज वसूल कर रहे थे। आरबीआई के अनुसार बैंक के बाहर की ₹21 की एजेंसी हर महीने सिर्फ पांच मुफ्त ट्रांजैक्शन ही होंगे। मेट्रो शहर में दूसरे बैंक के एटीएम से 3 फ्री ट्रांजैक्शन हो सकेंगे।
कई कंपनियों की कार हुई महंगी
कार के शौकीन शख्स को अब कार लेने पर जेब से खर्च करने पड़ेंगे भारी रकम क्योंकि देश की कई ऑटो कंपनियां कारों के अलग-अलग मॉडलों के दाम में बढ़ोतरी करेंगी। मारुति सुजुकी फॉक्सवैगन और वोल्वो की गाड़ियां 1 जनवरी 2005 से महंगी होने वाली है। इसके अलावा टाटा मोटर्स कमर्शियल गाड़ियों की कीमतों में 2.5% का इजाफा कर रही है। टोयोटा और हुंडई गाड़ियों की कीमत बढ़ा रही हैं।
ऑनलाइन ऑटो रिक्शा बुकिंग पर 5% जीएसटी
ऑनलाइन के जरिए ऑटो रिक्शा बुकिंग पर 5% जीएसटी देना होगा ओला, उबर जैसे एप कैब सर्विस प्रोवाइडर प्लेटफॉर्म के जरिए ऑटो रिक्शा को करना अब महंगा हो जाएगा। इसका सीधा असर ग्राहकों पर ही पड़ेगा। ऑटो रिक्शा में ऑफलाइन तरीके से दी जाने वाली यात्रा परिवहन सेवाओं पर छूट जारी रहेगी।
चप्पल जूते होंगे मंहगे
जूते चप्पल अब 5 फ़ीसदी से 12 फ़ीसदी जीएसटी लगेगा। जूतों के साथ कपड़ों पर भी जीएसटी बढ़ाने की योजना थी। लेकिन जीएसटी काउंसिल ने इस बढ़ोतरी को फिलहाल टाल दिया है। केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में हो रही जीएसटी काउंसिल की बैठक में इस पर फैसला लिया गया।