रामानंद सागर द्वारा कृत ‘रामायण’। जिसने भारतीयों को प्रभु श्रीराम के जीवनकाल के साक्षात दर्शन कराये थे। जो पिछले वर्ष लॉकडाउन में पुनः प्रसारित किया गया। जिससे हम दुनिया में आई इतनी बड़ी विपदा से लड़ने की हिम्मत जुटा सके। आज हम उस धारावाहिक में ‘प्रभु श्री राम’ की भूमिका निभाने वाले अरुण गोविल की बात करने जा रहे हैं।
अरुण गोविल का जन्म 12 जनवरी 1952 में रामनगर उत्तर प्रदेश में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा उत्तर प्रदेश में ही पूरी की थी। अरुण के पिता चाहते थे कि वह सरकारी नौकरी करें। लेकिन अरुण ने अपनी पढ़ाई के दौरान ही नाटकों में अभिनय करना शुरू कर दिया था। वो शुरू से ही कुछ ऐसा करना चाहते थे, जिससे पूरी दुनिया उन्हें याद रखें। कुछ अलग करने के जज्बे से वह सन् 1975 में मुंबई आ गए।
वैसे तो अरुण गोविल मुंबई अपने भाई के बिजनेस में हाथ बंटाने के लिए आए थे। लेकिन बिजनेस में उनका मन नहीं लगा और वह कुछ और करने की कोशिश करने लगे। सन् 1977 में अरुण ने अपनी पहली फिल्म ‘पहेली’ के जरिए बॉलीवुड इंडस्ट्री में कदम रखा। फिर एक के बाद एक फिल्मों ‘सावन को आने दो’, ‘राधा और गीता’, ‘जियो तो ऐसे जियो’, और ‘सांच को आंच नहीं’ में काम किया हैं। यह सारी फिल्में सुपर डुपर हिट रही। इसके अलावा अरुण ने 80 और 90 के दशक में भी कई फिल्मों में काम किया है।
आपको बता दें कि अरुण गोविल ने पहले रामानंद सागर द्वारा कृत ‘विक्रम और बेताल’ में एक किरदार निभाया था। जिसकी वजह से 1987 में रामानंद सागर द्वारा कृत ‘रामायण’ में उन्हें ‘प्रभु श्री राम’ के रूप में काम करने का अवसर मिला। ‘रामायण’ में ‘प्रभु श्री राम’ की भूमिका निभाकर अरुण गोविल पूरे देशवासियों के लिए श्रीराम बन गए। आज भी जब हम ‘प्रभु श्रीराम’ के मुख की कल्पना करते हैं तो एक बार जरूर हमारे सामने अरुण गोविल का वह रूप सामने आ जाता है, जिस स्वरुप में उन्होंने ‘प्रभु श्री राम’ का अभिनय किया था।
अरुण गोविल के काम की सराहना आज भी पूरे देशवासियों द्वारा की जाती है। उनके इस कार्य में उन्हें एक अलग ही पहचान दी है। रामायण के साथ-साथ उन्होंने ‘हरीशचंद्र’ ‘बुध्द’ और ‘लव – कुश’ जैसे धारावाहिकों में भी काम किया है।
हालांकि अब अरुण गोविल टीवी जगत की दुनिया से काफी सालों से दूर है। लेकिन वह अक्सर सोशल मीडिया और रियलिटी शोज में दिखाई देते हैं। आपको याद होगा कि पिछले वर्ष ‘दी कपिल शर्मा शो’ में एक बार फिर हमें ‘प्रभु श्री राम’ ‘माता सीता’ और ‘लक्ष्मण’ के दर्शन हुए थे। अर्थात अरुण गोविल दीपिका चिखलिया और सुनील लहरी इन तीनों ने हमसब के रामायण के कुछ अनकहे किससे साझा किए थे।
आज अरुण गोविल मुंबई में अपने परिवार के साथ अपने निजी घर में रहते हैं। जहां उनकी पत्नी श्रीलेखा दो बच्चे (एक बेटी और एक बेटा) एक बहू और पोता रहते हैं। आपको बता दें कि अरुण गोविल ‘भारतीय जनता पार्टी’ के सदस्य हैं। इनकी संपत्ति की कुल कीमत 38 करोड़ है, यह गणना 2010 में की गई थी। अरुण गोविल ने पिछले वर्ष रामायण प्रसारित होने के दौरान एक फोटो साझा की थी, जिसमें वह अपने पूरे परिवार के साथ रामायण देख रहे थे और उन आदर्शों को एक बार फिर अपने जीवन में उतार रहे थे, जो उन्होंने प्रभु श्री राम बनकर लोगों को दिए थे।