गरीबी अपने आप में ही एक सजा होती है। गरीब मजदूर कितना भी मेहनत करता है लेकिन उसे अपने परिवार के लिए दो वक्त की रोटी जुटा पाना बड़ा ही मुश्किल होता है, और अगर ऐसे में इनकम टैक्स विभाग उस पर ₹3 करोड़ का नोटिस भेज दे तो बताइए क्या हाल होगा? उस गरीब व्यक्ति का जिसे परिवार के लिए दो वक्त की रोटी जुटाना ही मुश्किल है।
दरअसल एक मामला सामने आया है। जिसमें रिक्शा चालक कुछ इनकम टैक्स विभाग ने तीन करोड़ रुपए का नोटिस भेज दिया। रिक्शा चालक को जब यह नोटिस मिली तो नोटिस देखते हैं उसकी हालत बिगड़ गई। रिक्शा चालक ने इस नोटिस के मामले पर पुलिस से मदद लेने के लिए गया। देखिए पुलिस क्या कार्यवाही करती है?
मथुरा के भागलपुर क्षेत्र के अमर कॉलोनी का निवासी प्रताप सिंह आईटी विभाग से नोटिस मिलने के बाद हाईवे थाने में धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करवाई है। अभी कोई केस दर्ज नहीं हुआ है, इस मामले की जांच के बाद ही ऐसा कुछ होगा। प्रताप सिंह सोशल मीडिया पर एक वीडियो अपडेट किया है। जिसमें प्रताप सिंह ने बताया कि 15 मार्च को उसने भागलपुर में जन सुविधा केंद्र में पैन कार्ड के लिए आवेदन किया था।
बैंक ने उसे पैन कार्ड जमा करने के लिए कहा था। जब वह पैन कार्ड बनाने गया तो उसे कहा गया कि इस महीने के अंदर कार्ड आ जाएगा, लेकिन ऐसा ना होने पर उसे पता चला कि उसका पैन कार्ड संजय सिंह नाम के व्यक्ति को दे दिया गया है। रिक्शा चालक पढ़ा लिखा नहीं है उसे पता नहीं चला कि उसका पैन कार्ड ओरिजिनल है या फोटोकॉपी प्रताप को जब आईटी डिपार्टमेंट से कॉल आए तो उसके हाथ पांव फूल गए।
किसी ने उसके पैन कार्ड को ले लिया और उसी से जीएसटी नंबर बनवा लिया और उसी पैन कार्ड पर 43.44 करोड़ का टर्नओवर एक ही साल में कर डाला। अधिकारियों ने प्रताप को सलाह दी है कि वह एफआईआर दर्ज करवाएं और दोषियों को जेल भेजवाएं। फिलहाल मामले की जांच पड़ताल जारी है।