हमारा देश एक हिन्दू राष्ट्र है, जहा पर सभी धर्मो के लोग रहते है। लेकिन आज हिन्दुओ को अपने ही धर्म को बचाने के लिए प्रयास करना पड़ रहा है। “धर्म एव हतो हन्ति धर्मो रक्षति रक्षितः। तस्माद्धर्मो न हन्तव्यो मा नो धर्मो हतोऽवधीत्।।” इस श्लोक को आज सही साबित किया जा रहा है। आज हम आपको ऐसी जगह के बारे में बताने जा रहे है, जहा से हिन्दुओ को अपने गाँव छोड़कर पलायन करना पड़ रहा है।
हाल ही में पद्मश्री डॉ आरएन सिंह को विश्व हिन्दू परिषद का नया अध्यक्ष चुना गया है। डॉ आरएन सिंह देश के प्रमुख सर्जन हैं। उनका पूरा नाम डॉ. रविंद्र नारायण सिंह है। शनिवार को आयोजित विश्व हिंदू परिषद की केंद्रीय प्रबंध समिति व प्रन्यासी मंडल की दो दिवसीय बैठक में सुरेंद्र जैन ने कहा कि, “हरियाणा का मेवात जो कभी भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं का स्थान रहा है जो हमारे सनातन धर्म से जुड़ा हुआ है। आज वहा दुर्भाग्य से जेहादी षड़यंत्रों से त्रस्त होकर हिन्दू अपना वर्चस्व खो रहे है।
हिन्दुओ पर किया जा रहा अत्याचार
उन्होंने बताया मेवात में महाभारत कालीन कई तीर्थस्थल हैं, लेकिन वर्तमान में हिंदुओं के मंदिरों पर जिहादियों द्वारा कब्जा किया जा रहा है और कई मंदिरों ऐसे है जहा हिंदू प्रवेश भी नहीं कर सकता है। यह स्थान पूरी तरह से आज धर्मांतरण के कुचक्र में फंस गया है।”उन्होंने बताया की जेहादी तत्व अनियंत्रित होकर हिंदुओं पर अकल्पनीय व अमानवीय अत्याचार कर रहे हैं। और वहा पर रहने वाले हिन्दुओ को परेशान कर रहे है। वह अपहरण, छेड़खानी व शीलभंग जैसी घटनाऒ को अंजाम दे रहे है।
हरियाणा राज्य में गो हत्या प्रतिबंध का कानून लागू होने के बाद भी यहां खुलेआम गायों की हत्या की जा रही है। आज वहां हिंदू का जीना दूभर हो गया है यहां से कई हिन्दुओ ने अपने घरो को छोड़ दिया है। मेवात में 103 गांव हिंदू विहीन हो गए हैं और 90 से अधिक गांव ऐसे हैं जहां 5 से कम हिंदू परिवार ही बचे हैं। जो बचे हुए है वह भी इनकी परेशानी के गांव छोड़ने को मजबूर है आज।
पूर्व न्यायाधीश पवन कुमार की एक रिपोर्ट में बताया गया की यहा के 104 गाँव से हिंदू बिल्कुल मेवात से गायब हो चुके हैं, जबकि 84 गाँव ऐसे हैं। जहां 4-5 की संख्या में ही हिंदू परिवार बचे हैं। मेवात में तकरीबन 500 गाँव हैं। लेकिन इनमें एक तिहाई गाँवों में से हिंदू गायब हो चुके हैं। इसके लिए अब हिन्दुओ को एकत्र होकर जाग्रत होना आवश्यक हो गया है।