सातखेड़ा गांव के एक किसान ने अपने दोस्त के विवाद से परेशान होकर अपनी जान दे दी और किसान की बेटी अपने पिता के साथ अपनी जान दे दी। किसान सुबह 5:00 बजे सोकर उठा पत्नी को बुलाकर पूछा मेरे साथ जहर खाओगी। पत्नी हां कहती है तो किसान ने खुद जहर खाया और एक पुड़िया पलंग पर रखकर बाहर चला गया। वह घर से कुछ ही दूर जाकर बेहोश होकर गिर गया। उसके 16 साल की बेटी को पलंग पर रखी जहर की पुड़िया मिली और उसने भी उस गुड़िया को खोल कर खा लिया।
क्या है घटना का कारण
किसान सुशील अग्रवाल की 4 बीघा जमीन है। जिस पर ईश्वर सिंह और उसका दोस्त गुड्डू खां उस जमीन पर लीज पर सब्जी की खेती करते थे। 4 महीने पहले दोनों ने सब्जी बोई और जब सब्जी तैयार हो गए तो गुड्डू खान ने ईश्वर सिंह के साथ धोखा किया खेत पर आने से मना कर दिया जिससे ईश्वर सिंह परेशान हो गया।
गुड्डू अकेले ही जैसे सभी तो कर भेज देता था जिससे ईश्वर सिंह और उसका परिवार कर्ज से परेशान हो गया। कर्ज से परेशान होने के कारण ईश्वर सिंह ने जहर खाने का फैसला किया और उसने पत्नी को जहर देकर उससे भी जहर खाने को कहा। इस पूरे मामले पर केस दर्ज हो चुका है और इसकी जांच हो रही है।
बेटी पिता के साथ खाई जाए
जहर खाने के बाद ईश्वर चंद्र घर से कुछ ही दूर गया था कि वह बेहोश हो गया। ईश्वर चंद्र के ही सरकारी स्कूल के पास गिरा था जब तक परिजन उसके पास तक पहुंचते ईश्वरचंद की मौत हो चुकी थी इस मौत की खबर से बेटी इन सदमे में गई थी। वह पलंग पर रखे जहर खा लिया जब तक गांव वाले खुशबू को अस्पताल ले जाते उसकी भी मृत्यु हो गई है।अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया