तुर्की में पुरातत्वविद ने हाल ही में एक प्राचीन स्थान को खोजा है जो छोटी पहाड़ी के नीचे और करीब 11 साल पुराना है। वहां की दीवारों पर इंसानों के शक्ल के नोट और पैलेस के आकार के खंबे लगे हैं। पुरातत्वविद अभी इसका अध्ययन कर रहे हैं। फिलहाल अभी इस मामले को लेकर कोई खुलासा नहीं हुआ है फिर भी माना जा रहा है कि इस स्थान पर प्राचीन लोग सांस्कृतिक या पारंपरिक परेड करते थे। यह स्थान दक्षिणी तुर्की के सन्लिउर्फा नामक जहां से पूर्व में काराहैनटेपे है।
इस्तांबुल यूनिवर्सिटी के प्रीहिस्टोरिक आर्कियोलॉजिस्ट मेक नेकमी करुल के अनुसार इंसानी शक्ल की मूर्ति और पैलेस के आकार वाले खंभों वाला यह स्थान उस समय का माना जा रहा है जब इंसानों ने लिखना नहीं सीखा। उनकी यह खुद हाल ही में जर्नल Turk Arkeoloji ve Etnografya Dergisi में प्रकाशित हुई है।
जर्नल में प्रकाशित लेख में नेकमी करुल यह नहीं खोज में मिले इन वह प्राचीन अवशेषों को बनाने के पीछे क्या मकसद है लेकिन जहां यह प्राचीन अवशेष मिले हैं। वहां इमारत हुआ करती थी जो तीन अलग-अलग इमारतों से जुड़ी हुई थी। इससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि यहां पर कोई काॅप्लेक्स था। जिसे देखने के बाद लग रहा है कि यहां कोई कार्यक्रम होते रहे होंगे। जहां पर लोग एक दूसरे से मिलते जुलते होंगे मिले अवशेषों के चारों तरफ ही यह लोग किसी कार्यक्रम का आयोजन करते रहे होंगे।
मिले इन अवशेषों पर फिलहाल अभी लोग केवल अनुमान के तौर पर ही सारी बातें कर रहे हैं। अब इसका अध्ययन और खनन जरूरी है और जिससे यहां का सही पता हो पाएगा। 1997 में काराहैनटेपे की खोज हुई थी लेकिन 2019 तक यहां पर खनन का काम शुरू नहीं हो पाया था। तुर्की से लगातार प्राचीन को खोज हो रही है जो इतिहास से संबंधित में खुलासे कर रहे हैं।