त्रिमूर्ति प्राइवेट लिमिटेड कानपुर के मालिक पीयूष जैन रविवार देर रात गिरफ्तार कर लिए थे। यह कार्यवाही डीजीजीआई की टीम की ओर से की गई है।पीयूष जैन के कन्नौज स्थित घर से 200 करोड़ से अधिक की नगदी और सोने चांदी मिले हैं। पीयूष के दो बेटे डीजीजीआई टीम की हिरासत में है। इंटेलिजेंट की टीम का उज्जैन के घर में तलाशी अभियान चल रहा है।
सूत्रों के अनुसार घर में अभी और कैश और सोना चांदी छिपा हो सकता है। इत्र व्यापारी के घर से इतना ज्यादा कैश और सोना चांदी मिलने से हड़कंप मची हुई है। उनके घर से नोटों के बंडल निकले हैं।
यहां टीम ने जब सर्च ऑपरेशन शुरू किया तो अलमारियों में नोटों के बंडल के साथ ही सोने चांदी के गहने की भरमार मिले। पांच मशीनें मंगाई गई हैं। इन नोटों की गिनती करने के लिए सूत्रों के अनुसार इलाहाबाद की टीम ने लोकल के दो अफसरों से बात की थी। ऑपरेशन सर्च के लिए जिसके लिए बिग बाजार चलना है। कानपुर में कई बिग बाजार है कहां पहुंचना है,यह पूछने पर अधिकारियों ने रावतपुर और परेड के बिग बाजार का नाम लिया था।
अधिकारियों ने इसे कारोबारी के घर छापा मारा और यह छापामारी तीन बार हुआ
कानपुर के इत्र कारोबारी पीयूष जैन कन्नौज स्थित घरों में से जब 185 करोड़ मिले तो अफसरों के होश उड़ गए। कारोबारियों ने जब उनसे इस पैसे के लिए पूछा तो कारोबारी ने बड़ा ही फनी अंदाज में जवाब दिया- जिसे सुनकर कारोबारी हंस पड़े। पीयूष जैन ने बताया कि यह सारा पैसा उसके पुश्तैनी सोना बेचने पर मिला है। वह इसी को जमा कर के रखा हुआ है।
अधिकारियों के पूछे जाने पर कि सोना क्यों बेचा, किसे बेचा, कितने का बेचा? इन सवालों का जवाब नहीं दे पाए, सच्चाई जाने के लिए अफसर कन्नौज स्थित उनके घर की तिजोरी और दीवारों को तोड़ने में लगे हुए हैं। रात 3:00 बजे डीजीजीआई अफसर पीयूष जैन को लेकर 3 गाड़ियों से निकले।
उन्हें सर्वोदय नगर स्थित डीजीजीआई आवास लाया गया है। पीयूष के पैतृक घर पर टीम पहुंची हुई है। पीयूष के दो बेटों प्रत्यूष और प्रियांशु को टीम ने 36 घंटे से अपने हिरासत में रखा हुआ है। जांच अधिकारियों को पीयूष जैन के घर से करीबन 500 चाबियां मिली हैं, लेकिन ताले 109 है। साफ है कि घर में अभी गुप्त चाबियां हैं, जिनकी तलाश में अभी भी तोड़फोड़ की जा रही है।