बैंक मैनेजर ने ही बैंक के लॉकर से गहने निकाल ..और

बैंक के लॉकर से गहने का जाने वाला कोई और नहीं हमारे ही रक्षा

यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया पलामू के एक ब्रांच से एक ऐसी घटना सामने आई है। जिसे सुनने के बाद आपके भी होश उड़ जाएंगे।
दरअसल एक डिप्टी मैनेजर अपने निजी बिजनेस में हुए घाटे की भरपाई बैंक के लॉकर में रखे गहनों को गिरवी रखकर करने लगा। बैंक डिप्टी मैनेजर अपना शराब का धंधा भी करता है। इसमें उसे काफी नुकसान हुआ। जिसके चलते उसने बैंक के लॉकर में रखे गहने निकालकर कारोबारियों के पास 3% ब्याज की दर पर रख देता है।उनको वह बाजार में 5% ब्याज पर दे रहा था। आरोपी डिप्टी मैनेजर प्रशांत कुमार धर्मशाला रोड पर रहता है

गलत फायदा उठाया लॉकडाउन का
बैंक का डिप्टी मैनेजर प्रशांत ने लाॅकडाउन का फायदा उठाते हुए बैंक में रखे लाकर में से गहने निकलवा लिए और कारोबारियों के पास रख दिया। आरोपी प्रशांत को इस मामले में गिरफ्तार किया गया और पूछताछ की गई तब उसने बताया कि उसे 40 लाख का नुकसान हुआ है और इसकी भरपाई करने के लिए उसने ऐसा कदम उठाया।

मामले का खुलासा
लॉकडाउन में डॉक्टर अशोक सिंह बैंक पहुंचे, लेकिन उस चाबी से लाकर नहीं खुला तो उन्होंने बैंक से चाबी दीजिए। जो उनके पास थी तब उन्होंने मैनेजर बंदरों को मार्सेला करवाने के लिए तक मशीन को बुलाने को कहा। जब लॉकर तोड़कर खोला गया तो उसमें सिर्फ चांदी के ही पहने थे। इस खबर को जब और लोगों को पता लगा तो सभी ग्राहकों का बैंक में खाता लग गया सब अपने-अपने खोल कर देखना चाह रह खुला चाहते सभी लोकल ग्राहक आए। वहां लेकिन सभी के लॉकर खुले केवल चार व्यक्तियों के ही लॆकर नहीं खुले। उन चारों में डॉ अजय कुमार, रमन किशोर, राजीव मुखर्जी और वेद प्रकाश शुक्ला थे।जिनका लॉकर नहीं खुलने पर उनके होश उड़ गए।

पूछताछ पर जब पूरा मामला सामने आया तो बैंक के डिप्टी मैनेजर को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है। वहीं पुलिस गहनों के विषय में ग्राहकों से जानकारी ले लेंगे।

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