दिल्ली के विज्ञान भवन में 67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह का आयोजन किया गया। भारत के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने इस समारोह में पुरस्कार प्रदान किए इस समारोह में अभिनेता रजनीकांत को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से नवाजा गया। रजनीकांत के मंच पर खड़े होते ही लोग भी खड़े होकर और तालियों से उनका स्वागत करने लगे। फिल्म इंडस्ट्रीज में 45 साल की उनके योगदान को देखते हुए उन्हें यह सम्मान दिया गया, साथ ही मनोज बाजपेयी अभिनेता धनुष और कंगना रनौत को भी राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से नवाजा गया।
मनोज बाजपेयी को फिल्म भोसले और धनुष को असुरन के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार मिला तो कंगना रनौत को उनकी 2 फिल्म मणिकर्णिका और पंगा के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय पुरस्कार दिया गया।
फिल्म छिछोरे को हिंदी सिनेमा कैटेगरी में सर्वश्रेष्ठ फिल्म के लिए चुना गया। यह फिल्म सुशांत सिंह राजपूत की आखिरी फिल्म थी। इस फिल्म के निर्देशक नितेश तिवारी हैं। प्रियदर्शन की मलयालम फिल्म मरक्कर लाइन ऑफ द अरेबियन सी को सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के पुरस्कार से नवाजा गया।
मार्च में ही राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों का ऐलान किया गया था लेकिन कोरोना महामारी की वजह से इसे टालना पड़ा। यह पुरस्कार 2019 में बनी फिल्मों के लिए दिए गए।