आपने कभी ना कभी परमाणु बम का नाम तो सुना ही होगा और इसका नाम सुनते ही हमारे मन में एक ही विचार आता है कि यह हमारे जीवन और हमारे पृथ्वी के लिए काफी हानिकारक है, जोकि सत्य भी है। आपको बता दें काफी समय पहले से ही पृथ्वी के क्षुद्रग्रह पृथ्वी के निकट आ रहे हैं, जो कि वैज्ञानिकों के लिए काफी समस्या की बात है।
पृथ्वी के क्षुद्र ग्रह यानि एस्टेरॉइड से बचने के लिए वैज्ञानिकों का दावा है कि हम परमाणु बम का प्रयोग कर सकते हैं और वैज्ञानिक इस तर्क पर काफी विचार कर रहे हैं कि यदि आगामी वर्षों में कभी भी कोई बड़ा एस्टेरॉइड अगर पृथ्वी के निकट आ जाता है तो हम इस समस्या का समाधान कैसे करेंगे?
वैज्ञानिक इस समस्या को लेकर काफी चिंतित भी है। इस पर लगातार शोध किया जा रहा है वैज्ञानिकों का कहना है कि हम नहीं चाहते कि जिस प्रकार इस पृथ्वी से डायनासोर समाप्त हो गए। उसी प्रकार हम मानव वर्ग भी समाप्त हो जाए। इसलिए हमें निरंतर प्रयास करना होगा और एक ऐसी प्रणाली तैयार करनी होगी, जिससे कि उन एस्ट्रॉयड को पृथ्वी तक आने से पहले ही समाप्त कर दिया जाए। हम ऐसा सिस्टम भी बना रहे हैं जो कि एक निश्चित चेतावनी होगी और वह एक अवधि के पहले ही समाप्त कर दिया जाएगा।
एक रिपोर्ट के अनुसार चल रहे नए शोध में यह बताया गया कि यदि चेतावनी का समय इन्हें रोकने के लिए पर्याप्त नहीं रहा तो बहुत सारी ऊर्जा का उपयोग करके ही इन्हें नष्ट किया जा सकेगा और इन्हें उर्जा की मदद से छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ा जाएगा।
महान वैज्ञानिक और अनुसंधानकर्ता किंग ने इस पर अपने मतों को पेश करते हुए कहा है कि इसके बड़े रूप को समझना काफी जटिल है इसलिए इसकी सभी छोटी छोटी कक्षाओं को जानने की आवश्यकता है क्योंकि यह साधारण विक्षेपण मॉडल की तुलना में बहुत ज्यादा कठिन है। लॉरेंस लिवरमोर नेशनल लेबोरेटरी (एलएलएनएल) के पूर्व विद्वान और वैज्ञानिक पैट्रिक किंग के शोध नेतृत्व में इस विचार का उल्लेख किया था और एक्टा एस्ट्रोनॉटिका पत्रिका में इसे प्रकाशित भी किया गया।