अगर किसी देश में कोई भी व्यक्ति भूखा सो रहा है तो यह उस देश की सबसे बड़ी असफलता है। इसलिए उस देश की सरकार को हर मुमकिन कोशिश करनी चाहिए कि हमारे देश में कोई भी व्यक्ति भूखमरी से न मरने पाये और उसे कम से कम दो वक्त की रोटी तो मिल जाए। ऐसे में वैश्विक भूखमरी सूचकांक 2021 जारी हुई है, जिसमें भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल को चीन, ब्राजील और कुवैत सहित अट्ठारह देशों ने पीछे छोड़ दिया है और यह सभी देश अभी शीर्ष पर है।
अभी हाल ही में वैश्विक भूखमरी सूचकांक जारी हुई है और इस सूचकांक में 116 देश हैं, जिसमें भारत 101वें स्थान पर आया है और साल 2020 में भारत 94वें स्थान पर था। इस साल भारत अपने पड़ोसी देश पाकिस्तान बांग्लादेश और नेपाल से काफी पीछे हो गया है। वैश्विक भूखमरी सूचकांक की वेबसाइट पर यह लिस्ट गुरुवार को दिखाई गई। जिसमें चीन, ब्राजील और कुवैत सहित 18 देश शीर्ष स्थान पर है और इनका स्कोर 5 से भी कम है। जो कि उस देश के लिए बड़े ही गर्व की बात है कि वहां पर ज्यादा लोग भूखमरी और कुपोषण के शिकार नहीं है।
अभी हाल ही फिलहाल में आयरलैंड की एजेंसी कंसल वर्ल्ड वाइड और जर्मनी का संगठन बेल्ट हंगर हिल्फ दोनों ने साथ मिलकर एक रिपोर्ट तैयार किए है। जिसके अनुसार भारत में भूख के स्तर को काफी ज्यादा चिंताजनक और बेकार बताया गया है क्योंकि यह बड़ी समस्या है कि भारत में लोगों को दो वक्त की रोटी भी नहीं नसीब हो पा रही है, तो सरकार को इन सब चीजों पर ध्यान देना चाहिए और कम से कम उन्हें भोजन तो उपलब्ध अवश्य ही कराना चाहिए। नियमित रूप से कुपोषण की जांच भी करवानी चाहिए और जो उससे ग्रसित लोगों को नियमित दवाइयां भी उपलब्ध करानी चाहिए। हमारे देश में यह चिंता का विषय इसलिए भी है क्योंकि वर्ष 2020 में भारत 107 देशों में 94 में स्थान पर था लेकिन जब 2021 में 116 देश इस सूची में आए तो भारत 101 में स्थान पर आया जो कि काफी दयनीय स्थिति को प्रदर्शित करता है।