भारत को अनेकता में एकता का देश कहा जाता है। यह देश इतना खूबसूरत है कि यहां हर मजहब के लोग एक साथ रहते हैं। हां जिस तरह से घर में 4 सदस्य रहते हैं तो थोड़ी अनबन चलती रहती है, वैसे ही इस देश में थोड़ी बहुत तो चलती ही रहती है। लेकिन इस देश में अलग-अलग मजहब के लोग एक दूसरे पर ऐसे काम पर जाते हैं।
जिसे देश ही नहीं दुनिया के लोग भी मानते हैं और इसी कारण इसे अनेकता में एकता का देश कहा जाता है। ऐसे ही कुछ लोग होते हैं जो ऐसे महत्वपूर्ण कार्य कर जाते हैं। जिसे जानने के बाद हर कोई हैरान होता है। पश्चिम बंगाल से ही एक ऐसी खबर आई है। जिसे जानने के बाद आप खुद ही कहेंगे कि यह देश हर मजहब को एक धागे में पिरो कर रखती है।
दरअसल रिपोर्ट के अनुसार बंगाल के रहने वाले एक गरीब मुस्लिम शख्स ने काली मंदिर बनाने के लिए अपनी जमीन हिंदू भाइयों को दान कर दी। यह खबर इस समय सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है। जानकारी के अनुसार पश्चिम बंगाल के नदिया जिले के भीमपुर गांव मे करीब 450 लोग रहते हैं और डेढ़ सौ लोग मुस्लिम परिवार के हैं।
गांव में एक खाली जगह पर काली मां की पूजा प्रत्येक साल होती है ।
लेकिन यह क्षेत्र बांग्लादेश की सीमा के अंतर्गत आता है। ऐसे में बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स से इसके लिए इजाजत लेनी पड़ती है। BSF की इजाजत के बगैर यहां पर यह पूजा नहीं हो पाती है। इस समस्या का हल्का के मुस्लिम समुदाय के व्यक्ति हनन मंडल ने निकाला।
उन्होंने हिंदू समुदाय को अपनी खाली पड़ी जमीन को काली पूजन के लिए दे दिया ताकि काली पूजा आसानी से की जा सके। गांव में हनन मंडल के इस कार्य से खुशी की लहर दौड़ी है और लोग उनकी खूब तारीफ कर रहे हैं। वही हिंदू समुदाय के लोग और मुसलमान समुदाय के लोगों में एक दूसरे के प्रति यह प्रेम देखकर लोग यही कह रहे हैं कि इसे ही एकता कहते हैं। भारतीय एकता आज के समय में नेता जहां मजहब के नाम पर वोट मांग रहे हैं वहां ऐसे लोगों को वाकई एकता का संदेश दे रही है।